भोपाल-मध्यप्रदेश शासन के गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य विभाग मंत्री Dr. Narottam Mishra ने दतिया जिले के बाढ़ग्रस्त ग्रामों में पहुंचकर पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री प्रदाय कर पीड़ित परिवारों से चर्चा करते हुए कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं शासन एवं प्रशासन आपके साथ खड़ा है किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जायेगी।
गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र मिश्र दो दिवसीय जिले के प्रवस के दौरान गुरूवार को दतिया तहसील के ग्राम कोटरा एवं हिनौतिया बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा कर पीड़ितों को राहत सामग्री प्रदाय कर उन्हें ढ़ाढ़स बांधते हुए कहा कि शासन एवं प्रशासन आपके साथ खड़ा है चिंता न करें।
गृह मंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे परिवार जिनके मकान बाढ़ के कारण शतप्रतिशत नष्ट हो गए है। उन्हें 1 लाख 20 हजार की सहायता दी जावेगी। इस राशि में 20 हजार की मजदूरी भी शामिल है। बेघर परिवारों को 6 हजार रूपये की राशि मकान किराये के रूप में और शौचालय निर्माण हेतु 12 हजार रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी।
गृह मंत्री डाॅ मिश्र ने कहा कि ऐसे मकान जो आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए उन भवन स्वामियों को 5 हजार 2 सौ रूपये से लेकर अधिकतम 70 हजार रूपये तक की आर्थिक सहायता उपवलब्ध कराई जायेगी।
डाॅ. मिश्र ने कहा कि शासन बाढ़ पीड़ितों को ऐडी से लेकर चोटी तक हर संभव सहायता उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण बैल की मृत्यु पर 25 हजार एवं दुधारू गाय एवं भैस की मृत्यु पर 30 हजार और मुर्गा एवं मुर्गी मरने पर 250 रूपये की सहायता दी जायेगी। उन्होंने पीड़ितों को आश्वस्त करते हुए कहा कि बाढ़ से हुए नुकसान की हर संभव शासन भरपाई करेगा।
गृह मंत्री ने कहा कि माँ पीताम्बरा की कृपा दतिया के नागरिकों पर बनी रही जिसके कारण बाढ़ से एक भी जनहानि नहीं हुई। उन्होंने इस संकट की घड़ी में जिले के दानदाताओं एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा दिये गए सहयोग के लिए धनयवाद दिया।
गृह मंत्री ने कहा कि जिले में बाढ़ पीड़ितों की सहायता हेतु जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे राहत कार्यो एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा दिये जा रहे सहयोग की वह पूर्ण जानकारी ले रहे हे। जिससे पीड़ितों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
गृह मंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि सर्वे के कार्य में गति लाये एवं नाम जुड़वाने में पात्र व्यक्ति न छोटे जिससे बाढ़ पीड़ितों को त्वरित शासन से नियमानुसार लाभ दिलाया जा सके। गृहमंत्री ने ग्रामीणों को बताया कि बाढ़ के दौरान जब वह गांवों की स्थिति का जायजा लेने बाढ़ग्रस्त गांवों में पहुंचने पर ग्राम कोटरा में लोगों के बचाव हेतु नाव फसने के कारण अपनी जान की परवाह किए बिना फसे लोगों को सबसे पहले हेलीकाॅप्टर से लिफ्ट कर सुरक्षित निकाला इसके पश्चात् वह स्वयं हेलीकाॅप्टर से लिफ्ट हुए।
गृह मंत्री ने कहा कि माँ पीताम्बरा माई की कृपा से कोरोना काल में मरीजों के ईलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी। जबकि दतिया के चिकित्सालय में प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ अन्य राज्यों के लोग भी यहां ईलाज कराकर स्वस्थ्य होकर अपने घर वापस गए।
कु. भावन एवं कु. मुस्कान से की चर्चा
गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र ने ग्राम कोटरा में बाढ़ पीड़ितों से चर्चा करते हुए बाढ़ में फसे ग्रामीणों के साथ गांव की कु. भावना वंशकार एवं कु. मुस्कान वंशकार पिता मुरारी वंशकार से चर्चा कर ग्रामीणों ने बताया कि जिस प्रकार सबसे पहले दोनो बालिकाओं को बाहर निकाला। इस दौरान कु. भावना ने बताया कि बाढ़ के भयानक रूप को देखकर लोग डरे हुए एवं सहमे हुए थे। लेकिन (दादा) डाॅ. नरोत्तम मिश्र के प्रयासों से हेलीकाॅप्टर से लिफ्ट करा कर सभी को सुरक्षित निकाला। हेलीकाॅप्टर नहीं आता तो हम लोग बच नहीं पाते।
कलेक्टर श्री संजय कुमार ने बताया कि 3 और 4 अगस्त को जिले में बाढ़ के कारण प्रभावित परिवारों का हालचाल पूंछने एवं बाढ़ से बाहर निकालने गृह मंत्री तत्काल बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था। और बाढ़ में फसे लोगों को एयर लिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री के रूप में खाने, पीने की वस्तुएं, पहनने ओढ़ने के कपड़े, बर्तन एवं जूते चप्पलों की भी व्यवस्था की गई। उन्होंने शासन द्वारा पीड़ितों को दी जाने वाली सहायता के बारे में भी जानकारी दी। कलेक्टर ने बताया कि ग्राम कोटरा में 60 से अधिक लोगों को और हिनौतिया में 65 परिवारों को राहत सामग्री प्रदाय की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले के दान-दाताओं एवं समाजसेवियों के सहयोग करने में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री सुरेन्द्र बुद्यौलिया, पूर्व विधायक डाॅ. आशाराम अहिरवार, पूर्व विधायक श्री राधेलाल बघेल, पुलिस अधीक्षक श्री अमन सिंह राठौर सर्वश्री नाहर सिंह रावत, पुष्पेन्द्र रावत, धीरू दांगी, वीर सिंह कमरिया, अतुल भूरे चैधरी, बल्ले रावत, गिन्नी राजा परमार, जीतू कमरिया, अमित महाजन, बांके बिहारी शर्मा, बंटी किरार, लक्ष्मण साहवानी,रामरतन रावत, राम सिंह रावत, अनिल रावत, नरेन्द्र पाल, मुकेश पाल, सुघर सिंह पाल, भोगीराम पाल आदि उपस्थित थे।
