वीरोदय-वीरोदय तीर्थ के मुख्य पाषाण मंदिर में विराजमान होने वाले वागड़ के सबसे बड़े भगवान श्री आदिनाथ की प्रतिमा का भव्य मंगल प्रवेश 27 अक्टूबर काे होगा। प्रवक्ता संकेत जैन ने बताया कि भगवान श्री आदिनाथ की प्रतिमा के आगमन से पूर्व वीरोदय तीर्थ पर रविवार को तीर्थ कमेटी की बैठक हुई। मुख्य अतिथि तीर्थ कमेटी के अध्यक्ष मोहनलाल पिंडारमिया, उपाध्यक्ष धनपाल लालावत, राजेश गांधी, यशोधर मेहता, अनिल जैन, केसरीमल शाह, महेंद्र दोसी, पंडित रमेश गांधी ने बैठक का उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। अध्यक्ष मोहनलाल पिंडारमिया ने बताया कि भगवान श्री आदिनाथ की प्रतिमा जयपुर में बन चुकी है तथा 27 अक्टूबर को वीरोदय तीर्थ पर प्रातः 10 बजे भव्य मंगल अगवानी होगी। बैठक में भगवान आदिनाथ की विशाल 21 फीट (वेदी सहित) की प्रतिमा अगवानी की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। 23 अक्टूबर को जयपुर से चांदखेड़ी के लिए प्रतिमा रवाना होगी। 24 को मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज के पास अवलोकन के लिए ले जाया जाएगा। प्रतिमा के अवलोकन के पश्चात घाटोल के लिए विहार होगा। जिसका घाटोल मे 26 की शाम को मंगल प्रवेश होगा। 27 को प्रात: 7 बजे भगवान आदिनाथ की विशाल प्रतिमा वीरोदय तीर्थ क्षेत्र बांसवाड़ा के लिए विहार करेगी। प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भैया, सुयश अशोक नगर के निर्देशन में वागड़ के सबसे बड़े तीर्थ का निर्माण प्रगति पर है।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
