भोपाल-सरकार हर हाल में अच्छी शिक्षा के साथ विद्यालय बनाने में लाखों रुपये खर्च करती है लेकिन विद्यालय का निर्माण घटिया स्तर का किया जा रहा जाए . प्रदेश में स्कूल तो खुल गए। लेकिन स्कूलों में बच्चों को अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ रहा हैं। नीमच जिले के स्कूलों में तो आलम ये है कि बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां बात की जा रही हैं मनासा विधानसभा क्षेत्र में देवरी पर्दा की। जहां प्राथमिक शासकीय स्कूल जर्जर हालत में हैं। स्कूल की छत में छेद हो चुके हैं जिसके चलते छत में से मलबा गिरता रहता हैं। वहीं इसी छत के नीचे बैठाकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा हैं। इसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि किसी बड़े हादसे को निमंत्रण दिया जा रहा है।
अधिकारी नहीं ले रहे हैं कोई एक्शन
नीमच से मात्र 38 किलोमीटर दूर मनासा विधानसभा क्षेत्र का देवरी पर्दा के प्राथमिक शासकीय स्कूल की, जहां पर स्कूल गिरने की कगार पर खड़ा हुआ है स्कूल की छत में छेद हो चुके हैं वही 16 बच्चों को स्कूल में बिठाकर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
प्रशासन की नजर में सभी स्थिति बनी हैं सामान्य-नीमच जिले के सभी शासकीय विद्यालय खुल चुके हैं। बच्चे भी पढ़ाई के लिए स्कूल पहुंच रहे हैं, लेकिन अव्यवस्थाओं के कारण सारे प्रयास नाकाम साबित हो रहे हैं। जिले के अधिकतर प्रायमरी स्कूलों की हालत बेहद खस्ता हैं। कहीं पर स्कूल भवन कंटिली झाडि़यों से घिर गया हैं, तो कहीं विद्यालय भवन खस्ता हालत में हैं। एक प्राइमरी स्कूल के भवन की छत से मलबा टपक रहा हैं और बच्चें नीचे बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं ऐसे भी स्कूल हैं जहां बच्चों की संख्या के अनुपात में शिक्षक नहीं हैं, तो कहीं शिक्षकों से ज्यादा बच्चें हैं, लेकिन प्रशासनिक नजर में सभी स्थिति सामान्य हैं। सरकार इन स्कूलों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है।
