भोपाल-2023 से पहले नेताओ को अपने पुत्रों की भविष्य की चिंता सताने लगी है प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में जिस तरह भाजपा ने खंडवा और रैगांव में अपने दिवंगत सांसद, विधायक के पुत्रों को टिकट न देकर झटका दिया है उससे नेताओं की चिंता और भी बढ़ गई है। उम्मीद की जा रही है कि अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा आधे से अधिक विधायकों का टिकट काट सकती है। इनमें से शायद ही कोई विधायक होगा जिसके बेटे या बेटी को टिकट मिल सके। ऐसे में अब नेता अपने पुत्रों के भविष्य को सुरक्षित करने उनके व्यवसाय जमाने में सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस में भाजपा में आए एक मौजूदा मंत्री ने अपने बेटे के लिए की फैक्ट्री शुरू करने की तैयारी कर ली है। अनेक नेता पुत्र बड़े-बड़े ठेकेदारों के साथ पार्टनरशिप करने में लग गए हैं। यह भी खबर आ रही है कि भाजपा के कुछ नेता अपने ही पुत्रों के राजनीतिक भविष्य के लिए कांग्रेस की ओर निहारने लगे हैं।
