भीलवाडा-12 वर्ष के बालक अर्हम सेठी की धर्म के प्रति निष्ठा से जब रमेश, विकास सेठी परिवार को निर्यापक मुनि श्री विद्यासागर महाराज की पुरानी पिच्छिका प्राप्त हुई तो विद्यासागर वाटिका जयकारों से गूंज उठी। अर्हम व परिजन खुशी से नाचने लगे। अवसर था चातुर्मास के बाद पिच्छी परिवर्तन का।
आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर के तत्वावधान में रविवार को विद्यासागर वाटिका में पिच्छी परिवर्तन समाराेह हुआ। मुनि संघ ने मयूर पंख की पुरानी पिच्छी त्यागकर नई ग्रहण की। मुनि श्री शांतिसागर महाराज की पिच्छी महावीर सेठी ने तथा मुनि प्रशांत सागर महाराज की पिच्छी चैनसुख शाह, आशीष शाह, अंशुल शाह ने प्राप्त की। । ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश गोधा ने दिगंबर जैन समाज व आरके कॉलोनी मंदिर ट्रस्ट की और से चातुर्मास के दौरान किसी भी भूल या गलती के लिए मुनि संघ से क्षमायाचना की।
इस अवसर पर मुनि श्री विद्यासागर महाराज ने कहा कि चातुर्मास के दौरान की गई धर्म साधना, संयम, व्रत तो बीज हैं, लेकिन बीज मात्र बीज ही नहीं उसमें पेड़ बनने की ताकत है। जैन धर्म में मात्र भक्ति करना ही नहीं भगवान बनाना सिखाया जाता है। संतों का सानिध्य भक्ति के बीज को पानी देने का कार्य करता है।
भीलवाड़ा जैन समाज के समर्पण की प्रशंसा करते हुए उन्हाेंने कहा कि यहीं विराम नहीं लगाकर निरंतर बढ़ने की साधना करते रहो। मुनि श्री प्रशांतसागर महाराज ने कहा कि साधन से नहीं साधना से ही मुक्ति मिल सकती है। चातुर्मास के दाैरान सहयाेग के लिए राजकुमार सेठी, खेमराज कोठारी, सुभाष हुमड़, पवन कोठारी, अपूर्व कोठारी, टीकमचंद कासलीवाल, राजेश विनायका, भागचंद लुहाड़िया आदि का सम्मान किया। बापूनगर स्थित पदम प्रभु दिगंबर जैन मंदिर के सचिव पीसी सेठी ने 10 से 12 नवंबर तक होने वाले वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए मुनि संघ को श्रीफल भेंट किया। महिला मंडल ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। आदिनाथ संस्कार पाठशाला के बच्चों व बालिकाओं ने पूमन कोठारी, सुनिता बाकलीवाल, जम्बू पाटनी के साथ भक्ति नृत्य किया। कार्यक्रम में विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी, नगर परिषद सभापति राकेश पाठक, पार्षद मोहित लक्षकार, रेखा पुरी के साथ भोपाल, जबलपुर, सांगली, जयपुर, किशनगढ़, बिजयनगर, चित्तौड़, मंदसौर आदि स्थानों के समाजजनाेंं ने भी भाग लिया। संचालन अमित शास्त्री व महेंद्र सेठी ने किया।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडीया रामगंजमंडी
धर्म /समाज
