पोहरी -पोहरी मे जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर श्री आदिनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक प्राचीन दिगम्बर जैन मंदिर किले अंदर भक्ति भाव से मनाया गया
जैन समाज की ओर से प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ का मोक्ष कल्याणक शुक्रवार को भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अति प्राचीन आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में भगवान का अभिषेक,व शान्तिधारा भक्तो द्वारा भक्ति भाव से की गई, इसी दौरान महिला एवं पुरुषो द्वारा सामूहिक पूजन के बाद सभी नें साथ मे भगवान आदिनाथ के निर्वाण का लड्डू चढ़ाया गया।
निर्वाण महोत्सव के दौरान सुबह से ही जैन मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
जैन समाज के योगेंद्र जैन पत्रकार नें बताया कि भगवान आदिनाथ जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर हैं, सभी तीर्थंकरों के पांच कल्याणक होते हैं, जिनमें अंतिम कल्याणक मोक्ष कल्याणक होता है। मोक्ष कल्याणक में तीर्थंकर शरीर, कर्म आदि से मुक्त होकर सिद्ध हो जाते हैं और उनका पुनः संसार में आवागमन नहीं होता है। मनुष्य जीवन के लिए संसार से मुक्ति सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि होती है। मोक्ष कल्याणक के माध्यम से भगवान आदिनाथ ने हजारों वर्ष पूर्व आज ही के दिन माघ कृष्ण चतुर्दशी को उन्होंने निर्वाण (मोक्ष) प्राप्त किया।