पोहरी। शासकीय बालक माध्यमिक विद्यालय पर जनपद शिक्षा केंद्र पोहरी द्वारा दिव्यांग शिविर आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पोहरी जनपद उपाध्यक्ष श्री मुन्नालाल लाल रावत व रामस्वरूप धाकड़ सरपंच विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के बीच उपस्थित रहे।
दिव्यांग शिविर में बच्चों को विभिन्न स्तर के उपकरणों का वितरण किया गया। जिसमें ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी, वेलस्टिक, ब्रेलकिट, मानसिक किट, कान की मशीन, कॉलर तथा रोलेटर आदि समलित थे। जबलपुर की डॉक्टर्स टीम में श्रवण विशेषज्ञ, क्रत्रिम अंग उपकरण विशेषज्ञ तथा क्रत्रिम अंग टेक्निशियन द्वारा उपकरणों के उपयोग एवं रखरखाव के बारे में दिव्यांग एवं अभिभावकों को प्रेक्टिकल कर सविस्तार समझाया गया। तथा उपकरण संबंधी संपूर्ण जानकारी से अवगत कराया। डॉ.प्राणेश मिश्रा द्वारा बताया गया कि शिविर में 61 बच्चों को 103 उपकरणों का वितरण किया जा चुका है।
मुख्य अतिथि के तौर पर श्रीरावत ने अपने मंतव्य में कहा कि क्षेत्र के विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग विद्यार्थियों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। शासन द्वारा संबंधित और भी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समय-समय पर दिया जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों एवं विद्यार्थी वर्ग को कोई भी परेशानी आने पर उनका पूर्ण सहयोग किया जाएगा।
शिक्षा समिति अध्यक्ष रावत ने आगे कहा कि जनपद शिक्षा क्षेत्र के अंतर्गत शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है। तथा अधिकतर स्कूल समय पर संचालित हो रहे हैं। दिव्यांग पालकों को अपना संदेश देते हुए कहा कि सामान्य बच्चों के साथ-साथ दिव्यांग बच्चों को नियमित रूप से शाला भेजना सुनिश्चित करें , जिससे वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद उपाध्यक्ष मुन्नालाल रावत, रामस्वरूप धाकड़ सरपंच, बीआरसी मांगीलाल वर्मा, श्याम बिहारी 'सरल' वरिष्ठ शिक्षक, बीएसी भरत सिंह धाकड़, भँवरसिंह धाकड़, शिवदयाल शर्मा तथा सीएसी प्रवीण भार्गव, बलवीर सिंह तोमर, दौलतराम धाकड़, चाँदबेग खाँन, कृष्ण बल्लभ मुद्गल, लक्ष्मण रावत, बृजमोहन चाहट, कुलदीप श्रीवास्तव, हीरालाल शाक्य, रामहेत यादव, बृजमोहन शाक्य आदि उपस्थित रहे। व शिक्षक राजेश चौरसिया, योगेश श्रीवास्तव के साथ-साथ बालक मा.वि.स्टॉफ तथा अन्य शिविर में उपस्थित शिक्षक- पालकों का सहयोग प्राप्त हुआ।
शिविर समापन के पश्चात उपस्थित दिव्यांग बच्चों को भोजन कराया गया तथा अधिकारी-कर्मचारीगण व अन्य विशेष को स्वल्पहार एवं भोजन के पैकिट वितरित किए गए।