पोषण माह के तीसरे दिन क्षेत्रीय व्यंजन रेसिपी के साथ कार्यक्रम का आयोजन





पोहरी। आंगनवाड़ी केंद्र जाखनौद पर पोषण माह के तीसरे दिन गर्भवती, धात्री, किशोरी बालिकाओं, पुरुषो की बैठक कर पोषण माह कार्यक्रम किया गया। विकास संवाद द्वारा संचालित समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन परियोजना चाइल्ड राइट्सएंडयू क्राई के सहयोग पोहरी ब्लॉक के 15 गांव में संचालित है इस परियोजना के तहत आज का कार्यक्रम किया गया।

जिसमें कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए काउंसलर रानी जाटव द्वारा बताया गया कि पोषण माह भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य है  0 से 6 माह तक के बच्चों को  गर्भवती महिला और स्तनपान कराने वाली माताओं किशोर, किशोरी को उचित पोषण के विषय में जागरूक बनाना। 0 से 6 माह बच्चों के लिए मां का दूध ही सही पोषण होता है दूध के अलावा कुछ भी नहीं देना है मां के दूध में सभी पोषक तत्व होते हैं जहां तक की बच्चों को स्तनपान के अलावा पानी भी नहीं देना है। साथ ही स्तनपान कराने के तरीके के स्टेप बताये गये। 

फिल्ड कार्यकर्ता ज्योति द्वारा बताया गया कि हमें जीवित रहने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है जो हमें भोजन ,पानी और शरीर द्वारा ग्रहण किया जाने वाले अन्य पदार्थो में मौजूद पोषक तत्वों से मिलते हैं जिसमें हम अपने गांव में होने वाली  खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में उपयोग करें जिसमें कौन-कौन सी भाजीयां है, उनका उपयोग कर सकते हैं । उसके बाद समुदाय की महिलाओं द्वारा  धात्री महिला कविता भूपेंद्र के घर पर लोकल समुदाय में उपलब्ध पमार की भाजी की रेसिपी  तैयार की गई इस रेसिपी में भाजी  तेल ,नमक, मिर्ची, हरी मिर्च ,प्याज लहसुन आदि को शामिल कर तैयार किया गया। कार्यक्रम में विकास संवाद एवं आईसीडीएस के संयुक्त प्रयास से पोषण माह मनाया गया।

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