स्वागत इतना कि... 40 टन वजनी, 31 फीट ऊंची भगवान बाहुबली की प्रतिमा को हनुमान चौराहे से सर्वोदय ज्ञान तीर्थ स्थल तक (5 किमी) आने में लग गए पांच घंटे, विशेष क्रेन न आने से 9 फरवरी को होगी स्थापना



गुना-भगवान बाहुबली की 31 फीट ऊंची प्रतिमा का बुधवार सुबह 9 बजे नगर में प्रवेश हुआ। 40 टन वजनी प्रतिमा का स्वागत किया गया। इस दौरान गुना के अलावा अशोकनगर, शिवपुरी और राजस्थान से भी जैन समुदाय भी कार्यक्रम में शामिल हुए। हनुमान चौराहे से हाट रोड, निचला बाजार, सदर बाजार, बापू मार्केट से होते हुए प्रतिमा एबी रोड स्थित सर्वोदय ज्ञान तीर्थ स्थल पहुंची। इसी दिन इसे स्थापित किया जाना था, लेकिन विशेष क्रेन न आने की वजह से कार्यक्रम बढ़ा दिया गया, अब 9 फरवरी को इसे स्थापित किया जाएगा।
5 घंटे लगे 5 किमी का रास्ता तय करने में:- प्रतिमा को तीर्थ स्थल तक ले जाने में 5 घंटे का समय लगा। 5 किमी का रास्ता तय कर प्रतिमा को दोपहर 2 बजे तीर्थ स्थल ले जाया गया। तीर्थ स्थल पर भगवान बाहुबली के अलावा तीर्थकर आदिनाथ स्वामी की 7 फीट पद्मासन प्रतिमा भी लाई गई है। यह दोनों प्रतिमा राजस्थान स्थित तीर्थ क्षेत्र आंबाजी से आई हैं।
राजस्थान के आंबाजी से आई है प्रतिमा, अशोकनगर, शिवपुरी और राजस्थान से भी बड़ी संख्या में समाज के लोग आए
कर्नाटक में सबसे ऊंची 57 फीट की प्रतिमा विराजित
कर्नाटक में भगवान बाहुबली की 57 फुट ऊंची प्रतिमा बनी है। ये बाहुबली कोई और नहीं ऋषभदेव के पुत्र हैं। बाहुबली को गोम्मटेश भी कहा जाता है। उनकी यह मूर्ति कर्नाटक के श्रवणबेलगोला में स्‍थित है। गंग शासक रचमल्ल के शासनकाल में चामुण्डराय नामक मंत्री ने बाहुबली की प्रतिमा बनवाई थी। यह प्रतिमा 12 साल में तैयार हुई थी।
          संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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