हिंडौली-मुनि श्री विश्रांतसागर जी महाराज ने पंच बालयति तीर्थ धाम पर प्रवचन में कहा कि मनुष्य किसी कार्य में तभी सफल हो सकता है, जब वो मिलजुल कर आपसी सद्भावना से कार्य करें। मुनिश्री ने कहा मन में आपसी कषाय भुलाकर एकता का परिचय देने से देश और समाज आगे बढ़ सकता है। अच्छे काम करने वाले को सबसे ज्यादा बुराई का सामना करना पड़ता है। यही जीवन का नियम है और जो इस बुराई को नजर अंदाज करते हुए आगे बढ़ता है वही आगे जाकर विजेता बनता है। सन्मति युवा मंच के प्रवक्ता संजय बरमुंडा ने बताया कि पं. मनीष शास्त्री की ओर से महिला मंडल के योगदान से आदिनाथ भगवान का संगीतमय मंडल विधान हुआ। मंडल विधान में बूंदी, बड़ानयागांव, अलोद और आसपास के श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी