खजुराहो-अमेरिकन राजदूत केनिथ जस्टर शनिवार को खजुराहो पहुंचे। उन्होंने पहले पूर्वी मंदिर समूह का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने आचार्य विद्यासागर महाराज से मुलाकात की।
आचार्य श्री ने केनिथ जस्टर को शाकाहार के महत्व के संबंध में समझाया। प्रभावित होकर राजदूत ने आचार्य को सप्ताह में एक दिन पूर्ण शाकाहार व्रत रखने काभरोसा दिया है। शाम को करीब 5 बजे वे पश्चिम मंदिर समूह पहुंचे। यहां वे साइलेंट जून में मौजूद घास चर रहे एक बैल की फोटो को अपने कैमरे में कैद करते नजर आए। नई दिल्ली स्थित अमेरिकन दूतावास के राजदूत केनिथ जस्टर शनिवार को एयर इंडिया की फ्लाइट से खजुराहो पहुंचे। एयरपोर्ट पर प्रशासन के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। केनिथ जस्टर के साथ दूतावास के अन्य अधिकारी भी मौजूद हैं। तीन दिन के दौरे पर पहुंचे राजदूत ने पहले दिन पूर्वी मंदिर समूह में भ्रमण किया। पूर्वी मंदिर समूह में जैन मंदिर भी हैं। उन्हें खजुराहो के वरिष्ठ गाइड ब्रजेंद्र सिंह मामा ने घुमाया। जैन मंदिर में ही आचार्य विद्यासागर ससंघ ठहरे हुए हैं।
इस पर राजदूत ने आचार्य से मुलाकात की। गाइड ब्रजेंद्र सिंह ने बताया कि आचार्य विद्यासागर ने राजदूत को शाकाहार के महत्व के संबंध में बताया। आचार्य से प्रभावित होकर राजदूत केनिथ जस्टर ने कहा कि वे भी शाकाहार को बढ़ावा देंगे। साथ ही खुद भी सप्ताह में एक दिन पूर्ण शाकाहार व्रत रखेंगे।
साइलेंट जोन में मौजूद बैल की फोटो खींचा
दौरे के पहले दिन पूर्वी मंदिर समूह भ्रमण के बाद वे पश्चिम मंदिर समूह पहुंचे। यहां पश्चिम मंदिर के सामने साइलेंट जोन एरिया में फेन्सिंग के पास एक बैल घास चरता हुआ मौजूद था। अमेरिकन राजदूत ने बैल को देखते ही सबसे पहले उसका फोटो कैमरे में कैद किया। उल्लेखनीय है की साइलेंट जोन में इस तरह के आवारा पशुओं और किसी प्रकार की गतिविधिया पूरी तरह से वर्जित हैं। इस संबंध में पुरातत्व विभाग के संरक्षक सहायक एसके सिंह को इस संबंध में कोई जानकारी होने से अनभिज्ञता जताई। विभाग की गलती स्वीकारते हुए उन्होंने कहा कि साइलेंट जोन में मवेशी मौजूद होना गलत है। वे मामले की जांच करके कार्रवाई करेंगे।
मंदिरों की कला से हुए प्रभावित
गाइड बृजेंद्र सिंह ने बताया कि राजदूत रविवार को सुबह फिर से पश्चिम मंदिर समूह घूमेंगे। सुबह का समय पश्विम मंदिर समूह में फोटो ग्राफी के लिए भी अच्छा होता है। उन्होंने बताया कि राजदूत मंदिरों के आर्किटेक्ट और मूर्तिकला से बहुत प्रभावित नजर आए। हस्तशिल्प को लाजवाब बताया।
1988 में आए थे अमेरिकन राजदूत
इससे पहले 1988 में तत्कालीन अमेरिकन राजदूत विलियम क्लार्क खजुराहो के दौरे पर आए थे। उन्होंने भी तीन दिन खजुराहो में बिताए थे। उन्हें भी गाइड ब्रजेंद्र सिंह ने भी मंदिरों को घुमाया था। इसके बाद अब केनिथ जस्टर भी तीन दिन के दौरे पर मंदिर समूह घूमने के लिए खजुराहो पहुंचे हैं।
आचार्यश्री से मिलकर बोले-अमेरिकन राजदूत सप्ताह में एक दिन रहेंगे शाकाहारी विश्व प्रसिद्ध मंदिर समूह के भ्रमण के लिए तीन के दौरे पर खजुराहो आए अमेरिकन राजदूत
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Sunday, July 29, 2018
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