खनियाधाना स्थित 300 साल पुराने रामजानकी मंदिर के शिखर से 51 किलो बजनी सोने का कलश 9 दिन पहले चोरी हुआ था। पुलिस ने तत्काल 10 हजार का इनाम जबकि कुछ ही दिन बाद 1 लाख रुपए का इनाम राज परिवार ने भी घोषित किया। इसके बावजूद कलश पुलिस से दूर बना हुआ है। कई टीमें कलश की तलाश में जुटने का दावा पुलिस कर रही है ,
लेकिन अब तक इन टीमों को भी कोई सुराग नहीं लग सका है। पुलिस ने इस मामले में जल्द ही चोरों तक पहुंचने की बात कही थी लेकिन आज तक कलश पुलिस से दूर है। ऐतिहासिक और प्राचीन रामजानकी मंदिर से चोरी गए कलश की कीमत 15 करोड़ के आसपास होने के चलते यह घटना न सिर्फ जिले बल्कि प्रदेश और देश में सभी की जुवां पर बनी हुई है।
स्टेट काल में स्थापित हुआ था कलश
स्टेट काल में स्वतंत्र राजधानी रही खनियाधाना के किले में महाराजा खलकसिंह जूदेव ने राम जानकी मंदिर की स्थापना की थी और 300 साल पुराने इस मंदिर के शिखर पर 51 किलो बजनी सोने का कलश स्थापित किया था। जो 9 दिन पहले चोरी चले जाने से नगर के लोगों में आक्रोश है।