भोपाल- प्रदेश काँग्रेसअध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि अध्यापकों के लिये नया कैडर बनाकर शिवराजसिंह ने प्रदेश के 2 लाख 37 हजार अध्यापकों के साथ धोखा किया है। शिवराजसिंह ने उनसे शिक्षा विभाग के वर्तमान कैडर में संविलियन का वायदा किया था।
कमलनाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश राज्य स्कूल सेवा नामक यह नया कैडर जुलाई 2018 से अस्तित्व में आयेगा, यानि उनकी नियुक्ति जुलाई 2018 से ही मानी जायेंगी। इससे अध्यापकों को पुराने वेतन भत्ते और सुविधाऐं नहीं मिलेंगी। उनका अनुभव, वरिष्ठता, वेतनवृद्धि सब शून्य हो जायेंगी। सबसे बड़ी बात तो यह है जो शिक्षक 2005 के पूर्व से कार्य कर रहे हैं, उन्हें पेंशन भी नहीं मिलेगी।
कमलनाथ ने कहा कि संविलियन और नये कैडर में जमीन आसमान का अंतर है। हमारे अध्यापक तो स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे थे। यहां तक कि हमारी महिला अध्यापकों ने अपना मुंडन तक कराया जो प्रदेश के माथे पर कलंक है। उन्हीं के दबाव के कारण शिवराजसिंह ने यह निर्णय तो लिया, लेकिन नया कैडर बनाकर उन्हें धोखा दिया है। पूर्व की सभी सेवा अवधि शून्य हो जाने से उन्हें आर्थिक हानि होगी। कमलनाथ ने कहा कि कांगे्रस की सरकार आने पर अध्यापकों के साथ न्याय किया जायेगा।