मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दमदार नेता दिग्विजय सिंह ने भोपाल स्थित अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया है। भोपाल के श्यामला हिल्स से रविवार उन्होंने अपना सामान शिफ्ट कर लिया।
गौरतलब है कि जुलाई महीने में हाइकोर्ट ने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के बंगले खाली कराने का आदेश दिया था जिसके बाद सरकार ने भी आदेश जारी कर पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी बंगले का आवंटन निरस्त कर दिया था। हालांकि बाद में नए आदेश जारी कर तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को उनके बंगले फिर से दे दिए गए थे।
पिछले महीने जब शिवराज सरकार ने जिन पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगले फिर से दिये थे उनमें उमा भारती, बाबूलाल गौर और कैलाश जोशी के नाम तो थे लेकिन लगातार 10 साल तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के दिग्विजय सिंह का नाम उस सूची में शामिल नहीं था।
19 जुलाई को आया था हाईकोर्ट का आदेश
दरअसल, 19 जुलाई को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर फैसला सुनाते हुए प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को निशुल्क आजीवन सरकारी आवास की सुविधा के प्रावधान को अवैधानिक करार देते हुए एक महीने में कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
कोर्ट के इस फैसले के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने चार पूर्व मुख्यमंत्रियों के बंगलों का आवंटन निरस्त कर दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद शिवराज सरकार ने दिग्विजय सिंह समेत चारों पूर्व मुख्यमंत्रियों से वाजिब वजह के साथ बंगले फिर से आवंटित करने की अपील का आह्वान किया था। जिसके बाद बीजेपी के तीनों नेताओं ने बंगले फिर से आवंटन की मांग की थी लेकिन दिग्विजय सिंह ने ऐसी मांग नहीं की थी।