भोपाल । जनभागीदारी कर्मचारी संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी हितेश गुरगेला ने जानकारी देते हुए बताया है कि प्रदेश के समस्त शासकीय महाविद्यालयों में जनभागीदारी, स्वशाषी, स्ववित्तीय एवं अन्य मदों से कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा शासन के समक्ष उनके वेतन में एकरूपता लाते हुये स्थायीकर्मी में विनियमत करने की योजना से लाभान्वित कराये जाने के लिए लगातार उच्च शिक्षा विभाग सहित मध्यप्रदेष शासन के विभिन्न मंत्रियों एवं मुख्यमंत्री से पत्राचार एवं ज्ञापन सौपकर लगातार मांग की जाती रही है। विगत दिनों में जनभागीदारी कर्मचारियों की प्रदेश स्तरीय हड़ताल के बाद समस्त शासकीय महाविद्यालयों में प्रवेश कार्य वृहद स्तर पर प्रभावित हुये थे जिसके बाद आयुक्त उच्च शिक्षा म.प्र. शासन द्वारा जनभागीदारी कर्मचारियों के हितों में शीघ्र निर्देश पारित करने का आश्वासन के उपरांत हड़ताल समाप्त की गयी थी। किन्तु प्रवेशकार्य समाप्त हो जाने के बाद न ही आयुक्त उच्च शिक्षा द्वारा कोई कार्यवाहीं की गयी और न ही म.प्र. शासन द्वारा कर्मचारी हित में कोई निर्णय पारित किये गये है। अब ये समस्त तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आंदोलन की राह पर है और इसी कड़ी में सोमवार 17 सितम्बर को व्यापम चौराहा भोपाल में समस्त कर्मचारी एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल करेंगे गौरतलब हो कि प्रदेश के समस्त महाविद्यालयों में विगत कई वर्षो से कार्यरत जनभागीदारी कर्मचारियों की सुध शासन द्वारा आज तक नहीं ली गयी है ऐसे में कई कर्मचारी उम्र के अंतिम पढ़ाव पर है जिन्होंने अपने जीवन का आधा से अधिक समय महाविद्यालय में कार्य करते हुये बिता दिया है। इन कर्मचारियों का भविष्य आज भी अंधकार में है और अब इनके सामने अपने परिवार के भरण-पोषण और जीवन यापन करने में भी संकट खड़ा हो रहा है। जनभागीदारी कर्मचारियों द्वारा पूर्व में मध्यप्रदेष के विभिन्न केबिनेट मंत्री एवं राज्य मंत्रियों को ज्ञापन सौपकर जनभागीदारी कर्मचारियों के हितों में निर्देश पारित करने का निवेदन किया जा चुका है जिस पर केबिनेट मंत्री सहित राज्य मंत्रियों द्वारा अपनी नोटशीट पर उच्च शिक्षा विभाग सहित संबंधित कार्यालयों को जनभागीदारी कर्मचारियों के संबंध में नीति निर्धारण कर लाभान्वित करने को लिखा जा चुका है किन्तु आज दिनांक तक जनभागीदारी कर्मचारियों के हितों में निर्णय पारित नहीं किये जाने के बादअब कर्मचारियों द्वारा उग्र आंदोलन की रूपरेखा बना ली गयी है।
इन रास्तों से रैली पहुंचेगी उच्च शिक्षा मंत्री के बंगले पर
जनभागीदारी तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की हड़ताल एवं एवं प्रदेश व्यापी रैली व्यापम चौराह भोपाल से 06 नम्बर होते हुये नूतन कॉलेज भोपाल,05 नम्बर चौराहा भोपाल, पेट्रोल पम्प से चार इमली, भोपाल होते हुये उच्च शिक्षा मंत्री भोपाल के बंगले के सामने शांतिपूर्ण भूख हड़ताल एवं धरना कार्यक्रम संपन्न किया जायेगा।
लता एलकर के नेतृत्व मे की थी सीएम से मुलाकात
विगत दिनों भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेष अध्यक्ष के नेतृत्व में 20 जून 2018 को मुख्यमंत्री से भेंट के उपरांत मुख्यमंत्री द्वारा आश्वासन दिया गया था कि उनके दिल्ली से लौटने के उपरांत यथाशीघ्र आदेश पारित करा दिये जाऐंगे किन्तु 03 माह के लंबे समय के बाद भी अब तक जनभागीदारी कर्मचारी आदेश की आस लगाये हुये है वहीं मुख्यमंत्री द्वारा लगातार आश्वासनों के बाद अब कर्मचारी हित में निर्णय पारित कराने के लिए आंदोलन करने को विवष है।
इन मंत्रियों ने चलायी जनभागीदारी कर्मचारियों के हितों में नोटषीट
मध्यप्रदेश शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विभाग मंत्री गौरीशंकर बिसेन, उर्जा मंत्री पारस चन्द्र जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय भोपाल का पत्र
दिनांक 07 मई 2018, राज्यमंत्री नर्मदा घाटी विकास सामान्य प्रशाशन विभाग लाल सिंह आर्य, राज्यमंत्री सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम, सामाजिक न्याय निःषक्त विभाग संजय पाठक, केबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त मध्यप्रदेशराज्य समाज कल्याण बोर्ड, महिला एवं बाल विकास विभाग पदमा शुक्ला, राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त राज्य कर्मचारी कल्याण समिति मंत्रालय भोपाल रमेशचन्द्र शर्मा, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त म.प्र. खादी तथा
ग्रामोद्योग बोर्ड रघुनंदन शर्मा, म.प्र. शासन आयुष विभाग सदस्य, विधानसभा शासकीय आष्वासनों संबंधी समिति योगेन्द्र निर्मल, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेष अध्यक्ष लता एलकर सहित अन्य मंत्रियों द्वारा दो-तीन बार नोटशीट चलाकर जनभागीदारी कर्मचारियों की एकमात्र मांग को पूर्ण किये जाने की बात कहीं गयी है किन्तु अब तक इन कर्मचारियों के हितों में निर्णय पारित नहीं किया गया है जिससे रूष्ट होकर अब कर्मचारी आंदोलन की राह लेने को विवष है और 17 सितम्बर को प्रदेष के समस्त जनभागीदारी कर्मचारी प्रदेष स्तर पर भूख हड़ताल एवं धरना प्रदर्षन करेंगे।