प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष माननीय कमलनाथ का चुरहट की घटना पर एक बयान सामने आया है कि बगैर जांच के भाजापा, कांग्रेस पर आरोप ना लगाया जाए.....? हम माननीय कमलनाथ जी से यही तो कहना चाहते हैं कि बगैर जांच के एससी/एसटी एक्ट सामान्य और पिछड़ा वर्ग के लोगों पर ना लगाया जाए....जब अपने पर आई तो पीछे से आग लग गई ..? फिर श्रीमान जी और उनकी पार्टी इस मुद्दे पर मौन हो कर क्यों बैठी है..?जब किसी पर झूठे आरोप लगते हैं तो वह तिलमिला जाता है! अब कमलनाथ जी सोचिए अगर किसी पर झूठा हरिजन एक्ट लगेगा तो उसकी क्या स्थिति होगी.....? मैं एक सामान्य वर्ग का स्वतंत्र पत्रकार एवं इस देश का नागरिक हूं! मेरे ऊपर भी झूठा हरिजन एक्ट लगाया गया था और मैं जानता हूं जब उसकी निष्पक्ष जांच हुई और वह झूठा निकला तो मुझे कितनी मानसिक स्थिति से गुजरना पड़ा हुआ और मैंने अपनी प्रतिष्ठा कैसे बचाई होगी! यह मुझसे अच्छा कोई नहीं जानता...? जब किसी पर झूठा हरिजन एक्ट लगाया जाता है तो सबसे पहले उसको और उसके परिवार को सबसे अधिक मानसिक पीड़ा होती है एवं प्रतिष्ठा पर चोट होती है......? जांच के बाद वह झूठा साबित होता है तो उस व्यक्ति को जेल जाना पड़ता है? और उसकी प्रतिष्ठा धूमिल होती है आख़िर उसकी प्रतिष्ठा का जिम्मेदार कौन है...? क्या इस देश में सामान्य वर्ग के व्यक्ति को अपने मौलिक अधिकारों के लिए कोई जगह नहीं है...? देश के सभी राजनीतिक दल आखिर चंद वोटों की खातिर अपनी आंखों एवं मुंह पर पट्टी बांधकर संसद में इस एक्ट को पारित करा कर अपने आप को बड़ा धन्य समझ रहे हैं,,,? क्या देश की 70% से ऊपर आबादी सिर्फ टैक्स भरने के लिए और वोट देने के लिए ही पैदा हुई है? और इन के टैक्स से चंद लोगों के पेट भर कर उनको निकम्मा बनाया जा रहा है और भाई अब यह समझने लगे हैं कि संविधान सिर्फ उनके लिए ही लिखा गया है...? शायद इस देश के सभी नेता यह भूल गए हैं कि जब अंग्रेजों से इस देश को आजादी दिलाई गई थी तो आम आदमी की आवाज़ सबसे पहले उठी थी जो चिंगारी बनकर पूरे विश्व में फैल गई थी,,,,कहीं ऐसा ना हो कि इन राजनेताओं की गुलामी से मुक्ति पाने के लिए फिर आम आदमी की आवाज़ एक चिंगारी के रूप में उठ कर आग ना बन जाए? अभी भी समय है सोच,समझ ले.
विजय रघुवंशी विद्रोही स्वत्रंत पत्रकार