शिवपुरी। शिवराज सिंह चौहान की गई घोषणा के अनुरूप प्रदेश के 33 जिलो सहित शिवपुरी जिले में भी प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के गणवेश सिलाई का कार्य आजीविका मिशन के समूह/संगठन की महिलाओं को दिया गया है। शिवपुरी जिले की प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओ के छात्र/छात्राओं के 2 लाख 28 हजार 225 गणवेश तैयार की जाकर 30 अक्टूबर 2018 तक प्रदाय की जाएगी। शिवपुरी में अभीतक तक 13 समूहो के द्वारा 27600 मीटर शर्ट का कपडा एवं 36200 मीटर पेन्ट का कपडा क्रय किया गया है। जिसपर 51.53 लाख रूपये की राशि व्यय हुई है, ग्राम रातौर, नोहरीकलां, करोली, दबिया आदि की महिलाओ के द्वारा सिलाई कार्य से 400 से 1000 रूपए प्रतिदिन आय हो रही है।
गणवेश सिलाई का कार्य म.प्र के 33 जिलो सहित शिवपुरी में भी म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाओं के द्वारा भी किया जा रहा है। इस कार्य हेतु 176 समूहो/संगठन को नोडल बनाया गया है। उक्त समूह के परिषंघ के द्वारा म.प्र डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के उपार्जन नियमो के तहत क्रय समिति का गठन कर सामग्री का क्रय किया जा रहा है। शिवपुरी जिले में 8 संकुल स्तरीय परिषंघो को उक्त कार्य का दायित्व सौपा गया है। इस कार्य के लिए विगत वर्षो में 2300 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। गुणवत्ता के स्तर की सिलाई कर सके, इसके लिए विभिन्न विकासखण्डों सिलाई सेन्टर स्थापित किये गये है। इन सेंटरों पर कुशल कारीगरो द्वारा नाप के अनुसार कपड़े की कटिंग कर महिलाओं को प्रदाय किए जाते है। महिलाए कपड़े सिलकर वापस सेन्टर पर जमा करती है। प्रत्येक कपडे की सिलाई पर गॉव स्तर पर 22 रूपये तथा क्वालिटी कन्ट्रोलर को 3 रूपये प्रति नग के मान से राशि दी जाती है तथा सेन्टर पर सिलने वाली महिलाओं के 25 रूपये प्रति नग सिलाई चार्ज मिलता है। गणवेश में काज एवं बटन लगाने का कार्य उन्नत तकनीकी मशीनो द्वारा किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को सिलाई करने के लिए लगभग 3 करोड रूपए की राशि पराश्रमिक रूप में प्राप्त होगी। इसके अतिरिक्त प्रत्येक समूह संस्था के पास 10 से 20 हजार रूपये अतिरिक्त लाभ भी होगा।