राघवेन्द्र नगर की खूनी लूट से शहर में दहशत, खूनी लुटेरे बेसुराग,पुलिस के हाथ खाली

शिवपुरी-बीती रात मंगलवार को शहर के देहात थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पॉश कालोनी राघवेन्द्र नगर में गुप्ता टाईल्स के कारोबारी की बहू की घर में घुस कर की गई हत्या और लूट की वारदात के बाद शहर भर में जबर्दस्त आक्रोश मिश्रित दहशत व्याप्त हो गई है। आज इस हत्याकाण्ड से गुस्साए शहर के व्यापारियों और मध्य देशी अग्रवाल समाज के लोगों ने लामबंद होकर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भी सौंपा है। यहां बता दें कि जिले में एकाएक क्राइम ग्राफ बढ़ रहा है जिससे न केवल शहर बल्कि ग्रामीण अंचल में भी दहशत पसरी हुई है। 
शहर के जिस राघवेन्द्र नगर इलाके में जिस अंदाज में कपड़ा व्यवसाई विजय गुप्ता की बीबी श्रीमती किरण गुप्ता को लुटेरों ने छुरा से गला रेत कर मौत के घाट उतारा और फिर जेवरात और अन्य साम्रगी की लूट को अंजाम दिया उससे लगता है कि यह वारदात किसी पेशवर गिरोह द्वारा कारित की गई है क्योंकि ऐसा कोई संकेत नहीं मिल रहा जिससे यह जाहिर हो कि हत्यारों ने किसी तरह की कोई हड़बड़ी दिखाई हो बल्कि किरण गुप्ता को मारने के बाद हत्यारे लुटेरों ने उनके बाथरुम का यूज किया वहां खून को धोया और लूट कारित की। 
इस बात में कोई शक नहीं कि वारदात से पूर्व घर की रैकी की गई है हत्यारों को यह भलीभांति पता रहा होगा कि घर के पुरुष सदस्य कितने बजे घर लौटते हैं। कल जब कपड़ा कारोबारी विजय गुप्ता और उनका बेटा राघवेन्द्र नगर स्थित अपने घर करीब 8: 30 बजे लौटे तो दोनों को किरण गुप्ता की खून आलूदा लाश सीढिय़ों के पास पड़ी मिली। इसकी सूचना तत्काल उन्होंने पुलिस को दी। इस वारदात में आशंका यह भी जताई जा रही है कि हत्या उसी समय अंजाम दी जाती है जब या तो गिरोह पेशेवर हो या फिर पहचान लिए जाने के बाद अपने बचाव में बदमाश पकड़े जाने के भय से ऐसा करते हैं। इस तरह की वारदात पारदी गिरोह भी करता है शिवपुरी जिले में पारदी गिरोह पूर्व में ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुका है। पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच की बात कर रही है। 

लुटेरे 3 से 5 के बीच आए? वारदात से लगता है गिरोह को पता थी दिनचर्या- गुप्ता कपड़ा कारोबारी विजय गुप्ता अपने घर से ही गुप्ता मैचिंग सेंटर के नाम से कपड़ों की थोक दुकान का संचालन करने के साथ बाजार में भी दुकान चलाते हंै जहां वे अपने घर की दुकान पर सुबह 10 से 11 बजे तक ही रहते हैं उसके बाद वे बाजार की दुकान पर अपने बेटे शुभम गुप्ता के साथ चले जाते हैं। उनका बड़ा बेटा बिहार में अध्ययनरत है। विजय गुप्ता के बड़े भाई हरि गुप्ता टाईल्स का कारोबार राघवेन्द्र नगर में ही करते हैं एक और भाई अशोक गुप्ता भी इसी कालोनी में निवासरत हैं। यह परिवार पोहरी वाले सेठ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि मूलत: ये पोहरी के निवासी है। विजय गुप्ता के पुत्र शुभम का कहना है कि वह दुकान से दोपहर 2 बजे खाना खाने आया और उसके बाद 3 बजे वह फिर बाजार में दुकान पर चला गया इसके बाद बाप बेटे रात 8:30 बजे के लगभग वापस घर आए तो उन्हें किरण गुप्ता की लाश ही पड़ी मिली। राघवेन्द्र नगर में गुप्ता के घर के पास मोटर की दुकान संचालित करने वाले लड़कों का कहना है कि उन्होंने 5 बजे दुकान खोली तब से किसी को इनके घर घुसते नहीं देखा। यदि इन सबकों सच माने तो किरण की हत्या अपरान्ह 3 से शाम 5 बजे के बीच हुई है। ऐसा तभी सम्भव है जब पूर्व से इनके घर की रैकी की गई हो। पुलिस के वे तमाम सीसीटीबी कैमरे भी अब तक कुछ खास नहीं उगल पाए हैं जो शहर में चौतरफा निगरानी के लिए लगाए गए हैं। 

टीवी चलता मिला, मौके पर ही छुरा और गड्डियां छोड़ गए हत्यारे- जिस वैपन से किरण गुप्ता की मौत हुई है वह छुरा मौके पर ही पड़ा मिला है। हत्यारों ने सीढिय़ों के पास छुरा मारा है यहां सीढिय़ों पर भी खून लगा मिला है, घर के ऊपर टीवी भी चालू मिली है। ऐसा लगता है किसी ने आवाज देकर किरण को ऊपर से नीचे बुलाया है। लोगों का कहना है कि अक्सर लोग इनके घर चल रहे मैचिंग सेंटर के बजह से आया जाया करते थे। बदमाशों ने बाथरुम में खून धोया है और इत्मीनान के साथ वारदात को अंजाम दिया है। देहात थाना प्रभारी अनीता मिश्रा का कहना है कि मौके पर पचास-पचास की कुछ गड्डियां भी पड़ी मिली है और तमाम जेवरात भी वहीं मिले हैं जबकि कुछ ही जेवर ये बदमाश अपने साथ ले जाने में सफल रहे हैं। हालांकि अभी परिजनों से डिटेल बात के बाद ही लूटी गई सामग्री का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में चालीस हजार नकद और सोने चांदी के जेवरात लूटे जाने की बात कही है। 

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