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श्री जिनेन्द्र देव की प्रतिमा जी का परिमार्जन करते हुए युवा वर्ग की टीम |
सचिन मोदी खनियांधाना-जैन समाज द्वारा प्रतिवर्ष भादों माह में मनाए जाने वाला दशलक्षण महापर्व आगामी 14 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है जो कि दस दिन तक चलेगा । इस दौरान नगर के सभी जैन मंदिरों में विशेष पूजन , अभिषेक , प्रक्षाल , प्रवचनों के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे । इसी क्रम में इन दिनों नगर के सभी जैन मंदिरों में जिनेंद्र भगवान की प्रतिमाओं का परिमार्जन किया जा रहा है जिसे दूसरे शब्दों में मंजन करने की प्रक्रिया कहते हैं तथा इसमें युवा वर्ग विशेष उत्साह से भाग ले रहा है । नगर के प्रमुख नंदीश्वर जैन मंदिर में प्रतिमाओं का मार्जन करने आए युवाओं ने बताया कि दिगंबर जैन धर्म में प्रतिमाएं वर्ष भर एक ही स्थान पर विराजमान रहती हैं तथा इन पर जो धूल , कण आदि लग जाते हैं उन्हें प्रतिदिन प्रक्षाल या अभिषेक करके दूर करते हैं तथा वर्ष में एक बार सामूहिक रूप से प्रतिमाओं को बेदी पर से अन्यत्र विराजमान कर उनका वार्षिक मंजन करते हैं , जिसमें बाजार की बनी हुई कोई चीज उपयोग ना करते हुए मात्र देसी तरीके से लौंग अथवा रीठा से इनकी सफाई की जाती है । प्रति वर्ष यह कार्यक्रम दशलक्षण पर्व के पहले पूरा करते हैं ताकि दस दिनों तक धर्म की आराधना अच्छी प्रकार से कर सके ।
नगर के बड़ा जैन मंदिर में इन दिनों ऐलक श्री सिद्धांत सागर जी महाराज विराजमान हैं जिनके सानिध्य में दसलक्षण पर्व धूमधाम से मनाए जाएंगे तथा प्रतिदिन सायंकाल में ज्ञानवर्धक सांस्कृतिक कार्यक्रम कौन बनेगा ज्ञानवान आयोजित किए जाएंगे जिनमें इस वर्ष विशेष पुरस्कार के रुप में मोटरसाइकिल सहित अन्य सैकड़ों इनाम रहेंगे । इसी प्रकार नगर के छोटा जैन मंदिर में सागर से पंडित अखिलेश जी शास्त्री पधार रहे हैं जिनके प्रतिदिन तीनों समय पर वचनों का लाभ मिलेगा इसके अलावा नगर के अन्य सभी जैन मंदिरों पर भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे इसके लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं
नगर के बड़ा जैन मंदिर में इन दिनों ऐलक श्री सिद्धांत सागर जी महाराज विराजमान हैं जिनके सानिध्य में दसलक्षण पर्व धूमधाम से मनाए जाएंगे तथा प्रतिदिन सायंकाल में ज्ञानवर्धक सांस्कृतिक कार्यक्रम कौन बनेगा ज्ञानवान आयोजित किए जाएंगे जिनमें इस वर्ष विशेष पुरस्कार के रुप में मोटरसाइकिल सहित अन्य सैकड़ों इनाम रहेंगे । इसी प्रकार नगर के छोटा जैन मंदिर में सागर से पंडित अखिलेश जी शास्त्री पधार रहे हैं जिनके प्रतिदिन तीनों समय पर वचनों का लाभ मिलेगा इसके अलावा नगर के अन्य सभी जैन मंदिरों पर भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे इसके लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं