अभिषेक जैन खुजराहो-कर्नाटक बॉर्डर के पास स्थित कोपरगांव से 1200 किमी पैदल चलकर रविवार की सुबह शांति सद्भावना यात्रा ने जैसे ही राष्ट्रसंत आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के दर्शन करने खजुराहो में प्रवेश किया, वैसे ही उनके स्वागत अाैर अगवानी में ढोल-नगाड़ों से आसमान गूंज उठा। जब आचार्यश्री ने इन पदयात्रियों को दर्शन व आशीर्वाद दिए, तो पदयात्रियों की आंखों से गुरु के साक्षात दर्शन पाकर भावुकतावश अश्रुधारा निकली।
कोपरगांव से चले 150 पदयात्रियों के इस जत्थे में एक नवंबर को कोपरगांव से अनेक वाहनों में आए। इसके साथ ही 250 महिलाएं व 300 पुरुष भी इस जत्थे में सम्मिलित हो गए। जिससे इन पदयात्रियों की संख्या बढ़ कर 700 से ज्यादा हो गई पहुंच गई। पदयात्रियों के इस दल की खजुराहो के गांधी चौक में समाज की विभिन्न समितियों के पदाधिकारियों ने भव्य व आत्मीय स्वागत कर गाजेबाजे के साथ आगवानी की। इस पदयात्रा में रविवार को बमीठा के बाद से डॉ. सुमति प्रकाश जैन व डॉ कल्याण गंगवाल पूना भी पदयात्रियों की पोशाक में सम्मिलित हो गए।
यात्रा संयोजन डॉ शांतिनाथ चौगुले ने बताया कि कर्नाटक के ग्राम सदलगा में जन्मे प्रख्यात आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज अपनी दीक्षा के 51 साल व्यतीत होने के बाद भी दक्षिण की ओर विहार नहीं कर सके हैं। इसलिए उनका विहार अब जन्मस्थली की ओर हो जाए, इस भावना के साथ पदयात्रियों के यह बड़ा दल 1200 किमी की सुदूर शांति सदभावना पदयात्रा करते हुए खजुराहो पहुंचे।
श्रीफल अर्पित कर दक्षिण भारत की ओर विहार करने का निवेदन
पदयात्रियों ने आचार्यश्री को श्रीफल अर्पित कर दक्षिण भारत की ओर विहार करने का निवेदन किया। आचार्यश्री के ससंघ पिच्छिका परिवर्तन के भव्य कार्यक्रम में भी पदयात्रा के निर्देशक ब्रह्मचारी तात्या भैया, संयोजक व सह संयोजकों का भावभीना सम्मान कमेटी की ओर से किया गया। पदयात्रा में शामिल डॉ. एसपी जैन ने बताया कि इस अवसर पर आचार्यश्री ने अपने प्रवचन के दौरान पदयात्रियों की श्रद्धा और भक्ति भाव की सराहना करते हुए सभी को भरपूर आशीर्वाद दिया। 1200 किमी की लंबी दूरी एक माह में तय करके आने वाले पदयात्रियों को जैसे ही आचार्यश्री ने हाथ उठाकर आशीर्वाद दिया, वैसे ही आचार्यश्री के दर्शन की उत्कट भावना पूरी होते ही पदयात्रियों की आंखों से अश्रुधारा बह निकली। पदयात्रा के अपने सारे कष्ट भूल कर आचार्यश्री के जयकारों से आकाश गुंजायमान कर दिया।
शांति सद्भावना पदयात्रा की हुई आगवानी:
सुबह 7 बजे खजुराहो के गांधी सर्किल पहुंचने पर चातुर्मास समिति दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र कमेटी, स्वर्णोदय तीर्थक्षेत्र कमेटी व क्षेत्रीय जैन व अजैन समाज ने इन पदयात्रियों की आत्मीय आगवानी की। आगवानी करने वालों में अनेक स्थानीय पुरुष व महिलाएं मौजूद रहीं।
1200 किमी पदयात्रा के बाद आचार्यश्री के दर्शन कर भावुक हो गए श्रद्धालु
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Tuesday, November 06, 2018
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