अभिषेक जैन सागर -नेहानगर में आर्यिका विज्ञानमति माताजी का ससंघ पिच्छिका परिवर्तन समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। इसमें आर्यिका विज्ञानमति माताजी ने कहा कि आजकल देखने में आ रहा है कि शादी को साल भर भी पूरा नहीं होता कि बहुएं अपने ससुराल वालों के सामने एकल परिवार का प्रस्ताव रख देती हैं। और यहीं से शुरू होता है घर का महाभारत। यदि पत्नी अपने स्वामी से मां बाप से अलग रहने का दबाव बनाती है तो आप पत्नी से पहले उसके भाई पर मां बाप से अलग रहने की शर्त लगा दीजिए। मतलब जैसा व्यवहार बहू आपके घर में करना चाहती है तो पहले उससे ऐसा व्यवहार मायके में करने की शर्त रखें। यदि मायके वाले बेटी की ससुराल में अनावश्यक हस्तक्षेप करना कम कर दें तो शायद हर घर स्वर्ग बन जाए।
आज संकल्प लेने का दिन आदित्यमति माताजी
इसके पूर्व दीक्षा दिवस पर संबोधित करते हुए आर्यिका आदित्यमति माताजी ने कहा कि आज संकल्प लेने का दिन है । उन्होंने उपस्थित जन समुदाय को अपने मां बाप से बातचीत बंद न करने , आत्महत्या नहीं करने , गर्भपात नहीं करने कराने , सदा संतोष व्रत और अपने धर्म जाति में ही विवाह करने के पांच संकल्प दिलाए।
आर्यिका संघ की पिच्छिका लेने का सोभाग्य इन्हे मिला
गुरू मां आर्यिका विज्ञानमति
पिच्छिका लेने का सौभाग्य सतीष- संगीता जैन,
आर्यिका आदित्यमति की पिच्छिका विकास रजनी जैन,
आर्यिका शरदमति माता की पिच्छिका के सी जैन सुनीता,
आर्यिका चरणमति माता की पिच्छिका राजेश संगीता जैन,
आर्यिका शरणमति माता की पिच्छिका दुलीचंद जैन को,
आर्यिका सुवीरमति माता की पिच्छिका अभय जैन
आर्यिका सुयशमति माता की पिच्छिका का सौभाग्य ऋषभ जैन परिवार को मिला है।
भव्य पिच्छी परिवर्तन व् विज्ञानमति माताजी संघ मार्मिक उपदेश परिवार को तोडने मे मायके वालो की होती है भूमिका विज्ञानमति माताजी
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Monday, November 19, 2018
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