अभिषेक जैन सागर - भाग्योदय तीर्थ में विराजमान मुनिश्री योग सागरजी महाराज के ससंघ सानिध्य में धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री संभव सागर जी महाराज ने कहा कि साधर्मी यदि विपत्ति में है तो हम उसका संकट दूर करे। जो प्रतिदिन अभिषेक पूजन करता है तो उसकी मदद करें। आर्थिक या स्वास्थ्य संबंधी संकट भी आता है और हम एक दूसरे की परेशानियों में सहयोग करेंगे तो वह संभल सकता है। उन्होंने कहा कि द्रव्य पूजन के साथ भाव पूजा भी होना चाहिए। हम सुख और दुख दोनों में साथ रहे। मंदिर के बाहर भी हम कैसे धर्म करें। यह आचार्यश्री विद्यासागर ने बताया था। आचार्यश्री को किसानों की चिंता भी रहती है। उन्होंने शांति धारा दुग्ध योजना के लिए प्रेरणा दी। जिससे लोगों को शुद्ध दूध घी आदि मिले। किसानों को गाय दान देकर उनको आजीविका मिले और हथकरघा योजना के लिए प्रेरणा मार्ग दर्शन दिया। जिससे बेरोजगारी दूर हो और अहिंसक वस्त्र मिले हैं। सरकार आर्थिक विभागों पर ध्यान तो देती है लेकिन जेल पर ध्यान नहीं देती हैं, लेकिन आचार्यश्री जेल पर ध्यान दे रहे हैं। हथकरघा इको फ्रेंडली है। फैमिली फ्रेंडली है। यूजर फ्रेंडली है। एक व्यक्ति जिसका 20 लाख का पैकेज था। उसने विदेशी नौकरी छोड़ दी आचार्य श्री के प्रवचन सुनकर उसने हथकरघा शुरू किया है।
हथकरघा केंद्र से बेरोजगारी दूर होगी : मुनि श्री संभव सागर जी
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Thursday, December 27, 2018
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