दिल्ली- राजनीति में क्या कर सकती है यही हुआ एक नौकरी शाह के साथ जो अपनी सरकारी नौकरी छोड़ राजनीति के मंच पर चढ़ाकर उचाईयो को छूना चहेता है जनता ने दी करारी हार।
हम बात कर रहे है छत्तीसगढ़ में कलेक्टरी की नौकरी छोड़कर ओपी चौधरी ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन किस्मत राजनीति में दगा दे गई। काउंटिंग जारी है और वो खरसिया विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार से पीछे चल रहे हैं। और आखिर में हार का सामना करना पड़।
अघरिया समुदाय से हैं चौधरी
दरअसल, ओपी चौधरी अघरिया समुदाय से आते हैं। छत्तीसगढ़ में इस समुदाय का अच्छा वर्चस्व है। खरसिया सीट से नंदकुमार पटेल के बेटे उमेश पटेल वर्तमान विधायक हैं। खरसिया सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है। चौधरी स्थानीय होने के साथ युवा आइकॉन के रूप में भी यहां लोकप्रिय हैं। अपने समुदाय के समर्थन और युवा चेहरे होने के कारण उन्होंने कलेक्टरी की नौकरी छोड़कर राजनीति में हाथ आजमाया लेकिन उनका ये दांव काम नहीं आया।