गणिनी ज्ञानमती माताजी का मार्मिक उपदेश बच्चों को विदेश भेजें पर संतों से सात्विकता का संकल्प दिलाएं

अभिषेक जैन भोपाल-पुराना शहर के सुभाष चौक में रविवार सुबह जैन समाज की सर्वोच्च आर्यिका ज्ञानमती माताजी की जय अरिहंत जय जिनेंद्र के जयघोष के बीच भव्य मंगल अगवानी की गई। सुबह तेज सर्दी के बावजूद भी उनके दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए थे। गाजे-बाजों के साथ लालघाटी नंदीश्वर जिनालय से पालकी में विराजमान होकर यहां पहुंची। उनकी शोभायात्रा में उनके संघ की आर्यिकाएं और समाज के लोग शामिल थे। यहां हुई धर्मसभा में माताजी ने कहा कि विश्व शांति का एक ही मार्ग है और वह है अहिंसा धर्म। विश्व के सभी देश अहिंसा के विकल्प के रूप में हमारे देश को निहार रहे हैं। हमें अहिंसा धर्म का प्रचार करते हुये सबसे पहले भारतीय संस्कृति और संस्कारों की सुरक्षा करनी होगी।
दिगंबर जैन पंचायत कमेटी ट्रस्ट द्वारा आयोजित सभा में आर्यिका माताजी ने कहा कि विश्व शांति अहिंसा वर्ष में हम सभी संपूर्ण विश्व में शांति की कामना के लिए सभी लोग मिलकर सत्य, प्रेम, वात्सल्य सद्भावरूपी आहुतियां दें। जैन दर्शन, जैन शासन में शेर और गाय एक ही घाट पर पानी पीते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने विदेश भेजते हैं, वहां जाने से पहले उन्हें जैन संतों के समक्ष ऐसे नियम दिलवाकर भेजें, जिससे वहां उनका खानपान पूर्णत: सात्विक रहे। उन्होंने कहा कि पंथवाद छोड़कर आगम पंथ के अनुसार आगे बढ़ें।
माताजी की प्रेरणा से मांगी-तूंगी में 108 फीट ऊंची भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का निर्माण
आर्यिका चन्दनामति माताजी ने कहा कि माताजी की प्रेरणा मांगी-तूंगी में 108 फीट ऊंची भगवान आदिनाथ की भव्य प्रतिमा का निर्माण हुआ है। माताजी कहा कि साधना को सत्य का शृंगार मिल गया, भावनाओं को भाव का पुरुषार्थ मिल गया, जब पाषाण को एक भव्य प्रतिमा का आकार मिल गया। स्वामी रवींद्र कीर्ति ने कहा कि भोपाल में भक्ति का अपार सागर है। यह धरती पुण्यशाली है यहां सर्वोच्च आचार्य विद्यासागर महाराज, आचार्य विशुद्ध सागर और अब गणनी आर्यिका ज्ञानमती माताजी के चरण इस पावन धरा पर पड़े। प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया कि इस मौके पर पंचायत कमेटी के अध्यक्षआदि ने माताजी को श्रीफल भेंट किए। इसके पूर्व आर्यिका संघ के करकमलों में शास्त्र भेंट किए गए। । अध्यक्ष ने स्वागत भाषण दिया। माताजी सोमवार की सुबह चौक जैन मंदिर से नेहरू नगर जैन मंदिर पहुंचेंगी, जहां उनके धर्मसभा होगी।
      

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.