परतापुर - कस्बे में आचार्य सुनील सागर जी महाराज ने सिद्धचक्र महामंडल विधान के तहत उपदेश देते हुए कहा कि बिना पेट्रेल के कार बेकार और बिना बेट्री के मोबाइल बेकार, बिना गैस के सिलेंडर बेकार है। ठीक वैसे ही बिना भक्ति के जीवन बेकार है। प्रभु भक्ति बिना जीवन ऐसे, नमक बिन व्यंजन हो जैसे। बिना भक्ति मार्ग के मोक्षमार्ग की शुरुआत नहीं होती है। दुनिया में मोबाइल से सेल्फी लेने की जगह ज्ञान से सेल्फी लेना आ जाएगा उस दिन आपका जीवन सार्थक हो सकेगा। उन्होंने कहा कि भले ही आप आधुनिकता में जी रहे हों..., पर आपकी आचार विचार की परंपरा, शुद्ध खान-पान की परंपरा पुरानी ही होनी चाहिए। कषाय मेरी आत्मा के सगे नहीं है, किसी की भी आत्मा हमारी वजह से दुखी नहीं होनी चाहिए। कुंदकुंद स्वामी कहते हैं कि कोई भी शास्वत शत्रु नहीं है और कोई भी शास्वत मित्र नहीं है। परिस्थिति वश कोई शत्रु और कोई मित्र बन जाता है। सभी के साथ इतना मधुर व्यवहार रखों।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
