पर्यावरण बचने का जुनून,भीषण गर्मी में बच्चों के साथ खुद बचा रहे है पौधों को



योगेन्द्र जैन शिवपुरी- जल ही जीवन है जल है तो कल है उसकी प्रकार पेड़ है तो हम है क्योंकि जल एव ऑक्सीजन के विना व्यक्ति जिंदा नही रह  सकता है लेकिन उसके बाद भी जंगल मे लगातार हारे भारे पेड़ो को काटा जा रहा है। लेकिन इन पेड़ों को बचाने के लिए मदद बैंक के माध्यम से ब्रजेश सिंह तोमर एव उसकी टीम भी आगे आ कर पर्यावरण बचाओ में सहयोग कर रहे है इस लिया बारिश में  लगाए हुए पौधों को इस भीषण गर्मी में  पानी देखकर जिंदा रख रहे है
ये बच्चे उम्र में भले ही छोटे है किंतु इनका होंसला बड़ो को भी मात दे रहा है।किले की सीधी चढ़ाई,45 डिग्री तापमान,ओर जुनून पोधो को बचाने का,पर्यावरण के संरक्षण का....!जी हाँ...! पिछोर किले पर बारिश के दिनों में लगाये गये पोधो को बचाने में यह नन्हे सेवादार भी पीछे नही है।पोधो पर लगे देशी ड्रिप सिस्टम अर्थात ग्लूकोस बोतलों को भरने कठिन परिस्थितियों में भी नीचे से पानी ले जाते हुये ये मासूम पौधों को बचा रहे है

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