सिद्धचक्र महामंडल विधान में अर्घ्य समर्पितधार्मिक अनुष्ठान : आचार्य ने कहा-गुरु की दृष्टि में छोटा-बड़ा, अमीर-गरीब सभी एक समान


परतापुर -कस्बे के जैन मंदिर में चल रहे सिद्धचक्र महामंडल विधान में धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य सुनील सागर जी महाराज  ने कहा कि हमें समंदर नहीं किनारा चाहिए, हमें अंधेरा नहीं उजाला चाहिए, दुनिया वालों का सहारा लेकर देख लिया, कोई कायदा नहीं हुआ अब तो हमें प्रभु केवल तेरा सहारा चाहिए। अपने आप को, अपने माता पिता को, परिवार को धन्यवाद देना सिखिए, जो पाया उसको धन्यवाद देना सिखिए। दुनिया में ऐसे भी लोग हैं जिन्हें माता पिता का आशिर्वाद नहीं मिलता है। उनका परिवार नहीं है, उनके पास खाने के लिए रोटी और रहने के लिए घर नहीं है। ऐसे लोगों को देखकर हम बहुत सुखी है इस बात का विचार किजिए। गुरुदेव ने कहा कि आम की एक गुठली में फिरसे कितने सारे आम की उपज करने की क्षमता है, उसी तरह प्रत्येक आत्मा में अनंत गुण हैं। सबमें भगवान बनने की क्षमता है। फिर हम किसे भला तुच्छ समझे। इसलिए गुरु की दृष्टि में छोटा-बड़ा, अमीर गरीब सभी एक समान होते हैं। पर्याय का दुरुपयोग मत करो 84 लाख योनियों में बहुत उन्नत योनी में हमारा जन्म हुआ है। इसे सहजता, सरलता, आत्मीयता से जीवन जीने की कला सीख लो।
विशेष प्रवचन आज - शनिवार को नगर के पंड्या मेमोरियल स्कूल चार खम्भा प्रांगण में अध्यात्म योगी चतुर्थ पट्टाचार्य सुनील सागर जी  महाराज द्वारा प्रातः 8 बजे सर्व धर्म के लिए मानव कल्याण हेतु विशेष प्रवचन दिया जाएगा।
          संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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