आचार्य सुनील सागर जी महाराज ने गुरुवार को सुबह चितरी से विहार कर घाटा का गांव में प्रवेश किया। आलोक शाह ने बताया की इससे पूर्व आचार्य ने चितरी जिनालय में सुबह कालीन सामयिक प्रतिक्रमण कर जिनेन्द्र दर्शन किए।
आचार्य ने जब अपने गुरु तपस्वी सम्राट की प्रतिमा का दर्शन किए तो श्रावक भावुक हो गए। जैसे ही आचार्य जिनालय से निकले श्रद्धालुओं की आंखें छलक उठी। घाटा का गांव में धर्म सभा को संबोधित करते आचार्य ने कहा की जिसे सहन करना आ गया समझ लो वह कही भी रह सकता है। कभी भी अनैतिक व्यापार मत करो इसका परिणाम तुरंत भले अच्छा लगे पर इससे अर्जित धन कभी सुख नहीं देता। जो पीड़ा देता है उसे कभी पेड़ा नहीं मिलता। मुनि श्री शुभम सागर जी महाराज ने जीवन में अच्छे आचरण एवं संस्कारों का महत्व बताया। आचार्य ने योग दिवस पर सभी से योग करने की अपील की। आचार्य ने जल का संरक्षण करने को भी कहा। जितना आवश्यक है उतना ही जल का प्रयोग करे।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
आचार्य ने जब अपने गुरु तपस्वी सम्राट की प्रतिमा का दर्शन किए तो श्रावक भावुक हो गए। जैसे ही आचार्य जिनालय से निकले श्रद्धालुओं की आंखें छलक उठी। घाटा का गांव में धर्म सभा को संबोधित करते आचार्य ने कहा की जिसे सहन करना आ गया समझ लो वह कही भी रह सकता है। कभी भी अनैतिक व्यापार मत करो इसका परिणाम तुरंत भले अच्छा लगे पर इससे अर्जित धन कभी सुख नहीं देता। जो पीड़ा देता है उसे कभी पेड़ा नहीं मिलता। मुनि श्री शुभम सागर जी महाराज ने जीवन में अच्छे आचरण एवं संस्कारों का महत्व बताया। आचार्य ने योग दिवस पर सभी से योग करने की अपील की। आचार्य ने जल का संरक्षण करने को भी कहा। जितना आवश्यक है उतना ही जल का प्रयोग करे।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

