योगेन्द्र जैन पोहरी- पोहरी नगर में बड़े ही भक्ति भाव से श्री 1008 सिद्धचक्र महा मंडल विधान एव विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
महिला, पुरुष,बच्चे बढ़चढ़ कर प्रातःकाल कार्यक्रम स्थल अग्रवाल धर्मशाला में भक्ति भाव से भगवान की भक्ति करते है।
प्रातःकाल भगवान श्री जिनेंद्र देव का अभिषेक व शांति धारा बह्मचारी संजीव भैया जी कंटगी एव बह्मचारी अरुण भैया जी द्वारा भक्तों को करवा रहे है भक्ति भाव के साथ संगीतमय पुजन से भक्त भगवान की भक्ति में लगा जाते है अभिषेक एव शांति धारा के बाद पूजन की जाती है श्री सिद्ध चक्र मंडल में आज 16 व 32 अर्घ्य के साथ कर्म दहन विधान की गया । जिसमे भक्तों में भक्ति भाव से नाचते हुए अर्घ्य चढ़ते गए महिला भी पुरुषों से पीछे नही रही वो भी हर अर्घ्य को बड़े भक्ति भाव से चढ़ रही है।
आयोजक कोलम चंद ,लक्ष्मण लाल,मनोज जैन,अभय जैन चकराना परिवार द्वारा इस विधान में आस पास के जैन समाज के भक्तों से सामिल होने की अपील की है
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महिला, पुरुष,बच्चे बढ़चढ़ कर प्रातःकाल कार्यक्रम स्थल अग्रवाल धर्मशाला में भक्ति भाव से भगवान की भक्ति करते है।
प्रातःकाल भगवान श्री जिनेंद्र देव का अभिषेक व शांति धारा बह्मचारी संजीव भैया जी कंटगी एव बह्मचारी अरुण भैया जी द्वारा भक्तों को करवा रहे है भक्ति भाव के साथ संगीतमय पुजन से भक्त भगवान की भक्ति में लगा जाते है अभिषेक एव शांति धारा के बाद पूजन की जाती है श्री सिद्ध चक्र मंडल में आज 16 व 32 अर्घ्य के साथ कर्म दहन विधान की गया । जिसमे भक्तों में भक्ति भाव से नाचते हुए अर्घ्य चढ़ते गए महिला भी पुरुषों से पीछे नही रही वो भी हर अर्घ्य को बड़े भक्ति भाव से चढ़ रही है।
आयोजक कोलम चंद ,लक्ष्मण लाल,मनोज जैन,अभय जैन चकराना परिवार द्वारा इस विधान में आस पास के जैन समाज के भक्तों से सामिल होने की अपील की है
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कर्म का फल अवश्य भोगना पड़ेगा-पोहरी नगर में आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद से बह्मचारी संजीव भैया जी कंटगी ने कहा संसार मे सबसे ईमानदार कोई है तो वह है कर्म। जीव जैसा करना है उसे वैसा ही कल भोगना पड़ता है।
भैया जी ने आगे कहा कि आम बोओगे तो आम पाओगे और नीम बोओगे तो नीम पाओगे ।संसारी प्राणी पाप करने से डरता नही है परंतु जब उसका फल भोगना पड़ता है। तब तकलीफ पाता है। पाप और पारा पचता नही है। बदला लेने में सार नही बदलने में सार है।
भैया जी ने आगे कहा कि जीवन क्षणिक है कल्याण करना है तो एक एक समय साफ सुथरा निकलना होगा
भैया जी ने आगे कहा कि आम बोओगे तो आम पाओगे और नीम बोओगे तो नीम पाओगे ।संसारी प्राणी पाप करने से डरता नही है परंतु जब उसका फल भोगना पड़ता है। तब तकलीफ पाता है। पाप और पारा पचता नही है। बदला लेने में सार नही बदलने में सार है।
भैया जी ने आगे कहा कि जीवन क्षणिक है कल्याण करना है तो एक एक समय साफ सुथरा निकलना होगा
22 जून को श्री जिनेंद्र की शोभायात्रा- पोहरी नगर में चल रहा श्री 1008 सिद्ध चक्र मंडल विधान के समापन के पश्चात पोहरी नगर में श्री 1008 जिनेंद्र देव की शोभायात्रा नगर में बड़े ही धूम धाम से मुख्य मार्गो से निकली जाएगी।

