थुबोनजी -आर्यिका आदर्शमति माताजी ने कहा थुबोंनजी में सन 1987 मे आचार्य श्री के साथ चातुर्मास किया था। यहां आकर सभी स्मृतिया ताज़ा हो गई है।कहा आचार्य श्री बैठते थे, कहा ध्यान किया करते थे। कहा अब आचार्य श्री आयेगे तो और आनन्दित होंगे जब वह पहले आये थे तब यहां कुछ नही था। अब थुबोंनजी पूरा बदल गया है आधुनिकता के दौर मे यहां सांस्कृतिक विरासत का अनुपम चित्रण देखने को मिलता है। इससे काफी राहत मिलती है। उन्होंने कहा अखण्ड पाठ के मौके पर विशेष आयोजन थुबोंनजी मे देखने को मिलेगा।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजममण्डी
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजममण्डी

