सवाईमाधोपुर-आचार्य श्री निर्मल सागरजी महाराज की शिष्या आर्यिका विशुद्धमति माताजी ने (10 आर्यिकाओं, 2 क्षुल्लिकाओं एवं 6 ब्रह्मचारिणियों सहित) ससंघ अहिंसा सर्किल आलनपुर स्थित दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र चमत्कारजी में अगवानी एवं जयकारों के बीच 50वें स्वर्ण वर्षायोग के लिए मंगल प्रवेश किया। इस मौके पर श्रद्धालुओं का भारी सैलाब आर्यिका संघ की अगवानी के लिए उमड़ पड़ा। इससे आस-पास का क्षेत्र भक्ति और आस्था के रंग में डूब गया।
वर्षायोग समिति के प्रवक्ता प्रवीण कुमार जैन ने बताया कि बूंदी से चलकर विभिन्न मार्गों से आए आर्यिका संघ को शोभायात्रा संयोजक राजेश बाकलीवाल के नेतृत्व में आलनपुर लिंक रोड़ होते हुए चमत्कारजी मंदिर तक अनुशासित एवं शोभायात्रा के साथ लाया गया। शोभायात्रा में सुकुमालनंदी जयघोष एवं मां स्याद्वादमति जयघोष की बैण्ड वादिकाएं मधुर धुन बिखेर रही थी। वहीं युवक-युवतियां आर्यिका संघ के जयकारे व भजन गाते हुए चल रहे थे। रास्ते में जगह-जगह आर्यिका संघ के सम्मान में रंगोली सजाई गई। आर्यिका संघ के चमत्कारजी मंदिर पहुंचने पर प्रवेश द्वार पर वर्षायोग समिति के पदाधिकारियों सहित समाज के गणमान्य महिला-पुरूषों ने आर्यिका विशुद्धमति माताजी संघ की अगवानी की। मंदिर के प्रवेश द्वार पर बैनर, स्वागत द्वार लगा व रंगोली बनाकर सजाया गया। जैसे ही आर्यिका संघ ने मंदिर में प्रवेश किया तो मंदिर परिसर जयकारों से गुंजायमान हो गया।
आर्यिका संघ ने चमत्कारजी मंदिर की वेदी में विराजित जिनेन्द्र प्रतिमाओं सहित त्रिकाल चौबीसी के दर्शन किए। इसके उपरांत आर्यिका विशुद्धमति ने समाज को धर्म की राह पर चलने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि संतों की वाणी को हृदय में उतारने वाले ही अपने जीवन को मंगलमय बनाते हैं। अंत में उन्होंने सभी को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया। इसके बाद आर्यिका संघ की निरंतराय आहारचर्या हुई।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

