वंदे विद्यासागर से गूंजा सिद्धोदय : मुनिश्रेष्ठ पहुंचे नेमावर, सभी ने की कामना, यहीं हो मुनि का चातुर्मास



नेमावर-आचार्य  श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का सिद्धोदय सिद्ध क्षेत्र नेमावर में मंगलवार को सुबह मंगल प्रवेश हुआ। विहार करते हुए आचार्य श्री ने नेमावर में मंगल प्रवेश किया भक्तों  ने उनकी अगवानी की। सबसे आगे धर्मध्वज लिए समाजजन चल रहे थे। सफेद कुर्ते-पजामे पर केसरिया पगड़ी बांधे हरदा के युवाओं ने दिव्य घोष की शानदार प्रस्तुति दी। क्षेत्र के सभी लोगों की कामना है कि विद्यासागरजी  महाराज इस बार का चातुर्मास नेमावर में ही करें।
आचार्य श्री  बोले यात्रा पूर्णता की ओर
8 बजे मुनिसंघ सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र पहुंचा। जहां भक्तिभाव से मुनिसंघ की आगवानी की। 4 साल, 4 माह, 22 दिन बाद आचार्यश्री ने भगवान पार्श्वनाथ के दर्शन किए वे मूर्ति को बहुत देर तक निहारते रहे। आचार्यश्री ने कहा अभी यात्रा पूरी नही हुई है, लेकिन यह यात्रा पूर्णता की ओर है। नेमावर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनूप बजाज ने बताया आचार्यश्री के संघ ने जबलपुर से निरंतर पद विहार कर 22 दिनों में करीब 400 किमी की यात्रा कर नेमावर में सुबह साढ़े सात बजे प्रवेश किया। समाज के लोगों ने उन्हें श्रीफल भेंटकर अगवानी की। बजाज के मुताबिक आचार्य ने 4 साल, 4 माह, 22 दिन बाद नेमावर में मंगल प्रवेश किया है।
सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र ट्रस्ट कमेटी के साथ ही नेमावर, हरदा, खातेगाँव, बानापुरा, खिरकिया, सतवास, अजनास, पानीगांव हाटपिपलिया  से हजारों श्रावकों ने आचार्य संघ की हर्ष उल्लास के साथ अगवानी की एवं नेमावर में चातुर्मास के लिए श्रीफल भेंटकर निवेदन किया। बड़ी संख्या में अजैन बंधु भी आचार्य के दर्शन को पहुंचे थे। सभी को एक ही आस है कि आचार्यश्री का चातुर्मास सिद्धोदय में हो।
ये 30 मुनि भी हैं साथ में
मुनि श्री सम्भवसागरजी, मुनि श्री सौम्यसागरजी, मुनि श्रीदुर्लभसागरजी,मुनि श्री  विनम्रसागरजी, मुनि श्री निस्वार्थसागरजी, मुनि श्री =निर्दोषसागरजी, मुनि श्री निर्लोभसागरजी मुनि श्री, नीरोगसागरजी, मुनि श्री निर्मोहसागरजी मुनि श्री , निष्पक्षसागरजी, मुनि श्री निष्पृहसागरजी, मुनि श्री निश्चलसागरजी,मुनि श्री निष्पन्दसागरजी, मुनि श्री निरामयसागरजी, मुनि श्री निरापदसागरजी मुनि श्री , निराकुलसागरजी मुनि श्री , निरुपमसागरजी,मुनि श्री निष्कामसागरजी, मुनि श्री निर्भीकसागरजी,मुनि श्री  नीरागसागरजी मुनि श्री, नीरजसागरजी, मुनि श्रीनिर्मदसागरजी, मुनि श्री निर्सगसागरजी, मुनि श्रीनिसंगसागरजी, मुनि श्री शीतलसागरजी,मुनि श्री समरससागरजी, मुनि श्री श्रमणसागरजी,मुनि श्री संधानसागरजी,  मुनि श्री संस्कारसागरजी, मुनि श्री  ओमकारसागरजी।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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