बांसवाड़ा/बड़ोदिया| -वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में भगवान आदिनाथजी की जिन प्रतिमा प्रतिष्ठापित की जाएगी। 6 जुलाई को भीलवाड़ा से प्रतिमा को बांसवाड़ा लाया जाएगा, शहर से शोभायात्रा के रूप में वीरोदय तीर्थ ले जाएंगे। वीरोदय में वागड़ के सबसे धार्मिक उत्सव की तैयारी शुरू कर दी है। वीरोदय तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष मोहनलाल पिंडारमिया और खुशपाल शाह ने बताया कि 6 जुलाई शनिवार दोपहर में बांसवाड़ा में भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का प्रवेश होगा।
इससे पहले भीलवाड़ा में शनिवार सुबह श्रीजी का जलाभिषेक और शांतिधारा होगी। वहां से प्रतापगढ़, पीपलखूंट, खमेरा, घाटोल, सेनावासा, तेजपुर और बांसवाड़ा शहर की विभिन्न कॉलोनियों से होते हुए वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में शाम 5 बजे पहुंचेगी। मार्ग में जगह-जगह प्रतिमा का स्वागत, आरती की जाएगी। पिंडारमिया ने बताया कि वीरोदय में भगवान की प्रतिमा का 1008 कलशों से महाअभिषेक किया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी। 7 जुलाई रविवार को होने वाले कलशारोहण के लिए समाज के प्रत्येक घर से कलशों को बुक किया जा रहा है। जयंतीलाल पिंडारमिया ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र पर आचार्य विद्यासागरजी महाराज के शिष्य मुनिश्री समता सागरजी के सान्निध्य व प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भैया सुयश अशोक नगर के नेतृत्व में होने वाले तीन दिवसीय महोत्सव के लिए विशाल पांडाल बनकर तैयार किया जा रहा है। इसमें 5 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है।
सुधासारगरजी महाराज ने की प्रतिष्ठित
शहर से 5 किमी दूर स्थित वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में प्रतिष्ठापित की जाने वाली भगवान आदिनाथजी की प्रतिमा को आचार्य विद्यासागरजी के शिष्य परम प्रभावक मुनि पुंगव सुधासागरजी महाराज के सान्निध्य में कुछ समय पहले पंच कल्याणक किया गया था। सुधासागरजी महाराज ने कहा कि वागड़ के वीरोदय तीर्थ में लगने वाली भगवान आदिनाथ की 51 इंच ऊंची प्रतिमा सबसे अच्छी बनी है।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
इससे पहले भीलवाड़ा में शनिवार सुबह श्रीजी का जलाभिषेक और शांतिधारा होगी। वहां से प्रतापगढ़, पीपलखूंट, खमेरा, घाटोल, सेनावासा, तेजपुर और बांसवाड़ा शहर की विभिन्न कॉलोनियों से होते हुए वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में शाम 5 बजे पहुंचेगी। मार्ग में जगह-जगह प्रतिमा का स्वागत, आरती की जाएगी। पिंडारमिया ने बताया कि वीरोदय में भगवान की प्रतिमा का 1008 कलशों से महाअभिषेक किया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी। 7 जुलाई रविवार को होने वाले कलशारोहण के लिए समाज के प्रत्येक घर से कलशों को बुक किया जा रहा है। जयंतीलाल पिंडारमिया ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र पर आचार्य विद्यासागरजी महाराज के शिष्य मुनिश्री समता सागरजी के सान्निध्य व प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भैया सुयश अशोक नगर के नेतृत्व में होने वाले तीन दिवसीय महोत्सव के लिए विशाल पांडाल बनकर तैयार किया जा रहा है। इसमें 5 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है।
सुधासारगरजी महाराज ने की प्रतिष्ठित
शहर से 5 किमी दूर स्थित वीरोदय तीर्थ क्षेत्र में प्रतिष्ठापित की जाने वाली भगवान आदिनाथजी की प्रतिमा को आचार्य विद्यासागरजी के शिष्य परम प्रभावक मुनि पुंगव सुधासागरजी महाराज के सान्निध्य में कुछ समय पहले पंच कल्याणक किया गया था। सुधासागरजी महाराज ने कहा कि वागड़ के वीरोदय तीर्थ में लगने वाली भगवान आदिनाथ की 51 इंच ऊंची प्रतिमा सबसे अच्छी बनी है।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

