आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज के संयम दीक्षा महोत्सव पर भाव भीनी विनयाजली



जो है प्रकाश पुंज  वीतराग ज्ञान मे
इंसानियत जगाई तुमने सविधान मे
अवतार महावीर के हो वर्तमान मे
    जी हा मानवता की प्रतिमूर्ति इस युग के भगवान आचार्य श्री जिनका जीवन प्राणी मात्र के कल्याण की अग्रसर हो आपके द्वारा बालिका वर्ग की शिक्षा हेतु प्रतिभा  स्थली का निर्माण जो आज अनेक प्रतिभाओ का निर्माण कर चुका है वही शुद्ध वस्त्र भारत का बना वस्त्र हो इस हेतु हथकरधा केंद्र की स्थापना आज एक मिसाल बन चुकी है  गुरुवर कहते है इंडिया नहीं भारत बोलो  और राष्ट्र को फलीभूत होता देखो चिकित्सा क्षेत्र मे गुरुवर ने भाग्योदय सागर मे निर्माण करवाया जहा असाध्य रोगो का उपचार हो  रहा है इतना ही नहीं गुरुवर की आशीष प्रेरणा से सिद्धोंदय दयोदय सर्वोदय जैसे तीर्थों का निर्माण हुआ है गुरुवर का प्राणी मात्र के प्रति अनंत उपकार है
  गुरुवर कहते है
   गोशाला बनाये हम दूध की नदिया बहाये हम ये संस्क्रती हमारी है हम अहिंसा के पुजारी है मांस निर्यात बन्द करो विधा गुरु का ये फरमान है
     भाव भीनी विनयाजली अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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