योगेन्द्र जैन पोहरी- मध्यप्रदेश में जिस जिले को सिंधिया स्टेट की ग्रीम कालीन राजधानी बोल जाता था आज शिवपुरी में ही लोगो स्वच्छ हवा भी नही मिल पा रही है। इसका मुख्य कार्य जंगल की दिन प्रति दिन कटाई होना।
इस लिया शिवपुरी शहर के रखने वाले ब्रजेश सिंह तोमर ने पर्यावरण बचने के लिए पहले खुद आगे आये और फिर मदद बैंक के माध्यम से पर्यावरण प्रेमी को जोड़ना शुरू किया।
ब्रजेश सिंह तोमर का प्रेम पर्यावरण के प्रति बहुत अधिक होने के कारण भीषण गर्मी में लोगो को पीने के लिए दूर दूर पानी लेना जाना पड़ता था उस समय भी प्रत्येक पौधों को वो पानी देते थे ।पर्यावरण के इस प्रेम के कि चलते आज शिवपुरी में कुछ हरा भरा नजर आने लगा है ।
इस पर्यावरण प्रेम को देखकर दूरदर्शन के लोकप्रिय कार्यक्रम good news के स्पेशल 50वे एपिसोड में "मदद बैंक" के पर्यावरण सेवा प्रकल्प "आओ सँवारे अपनी शिवपुरी"को बहुत शानदार ढंग से दिखाया गया !महत्वपूर्ण बात यह है कि इस विशेष एपिसोड का आरम्भ मध्यप्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदीबेन पटेल ने स्वयं अपने विस्तृत प्रशंशनीय उद्बोधन से किया।यकीनन "मदद बैंक" के लिये यह गौरव की बात है कि सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में से दूरदर्शन द्वारा चयनित मात्र 6 सकारात्मक स्टोरीयो में "मदद बैंक" को शामिल किया गया जिनकी खुलकर सराहना स्वयं महामहिम राज्यपाल महोदया ने की।*
इस लिया शिवपुरी शहर के रखने वाले ब्रजेश सिंह तोमर ने पर्यावरण बचने के लिए पहले खुद आगे आये और फिर मदद बैंक के माध्यम से पर्यावरण प्रेमी को जोड़ना शुरू किया।
ब्रजेश सिंह तोमर का प्रेम पर्यावरण के प्रति बहुत अधिक होने के कारण भीषण गर्मी में लोगो को पीने के लिए दूर दूर पानी लेना जाना पड़ता था उस समय भी प्रत्येक पौधों को वो पानी देते थे ।पर्यावरण के इस प्रेम के कि चलते आज शिवपुरी में कुछ हरा भरा नजर आने लगा है ।
इस पर्यावरण प्रेम को देखकर दूरदर्शन के लोकप्रिय कार्यक्रम good news के स्पेशल 50वे एपिसोड में "मदद बैंक" के पर्यावरण सेवा प्रकल्प "आओ सँवारे अपनी शिवपुरी"को बहुत शानदार ढंग से दिखाया गया !महत्वपूर्ण बात यह है कि इस विशेष एपिसोड का आरम्भ मध्यप्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदीबेन पटेल ने स्वयं अपने विस्तृत प्रशंशनीय उद्बोधन से किया।यकीनन "मदद बैंक" के लिये यह गौरव की बात है कि सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में से दूरदर्शन द्वारा चयनित मात्र 6 सकारात्मक स्टोरीयो में "मदद बैंक" को शामिल किया गया जिनकी खुलकर सराहना स्वयं महामहिम राज्यपाल महोदया ने की।*
साँसे हो रही है कम,आओ पौधे लगाये हम