कोटा (राज)-परमपूज्य आचार्य प्रवर श्री 108 वसुनन्दी जी महाराज जी की सुशिष्या आर्यिका श्री 105 सौम्यनंदिनी माताजी ससंघ का पावन वर्षायोग अदभुत अपूर्व धर्म प्रभावना के साथ *श्री दिगम्बर जैन मंदिर, महावीर नगर विस्तार योजना, कोटा (राज.) में चल रहा है धर्मसभा के प्रारम्भ में मंगलाचरणपाठ पारस जी जैन"पार्श्वमणि" पत्रकार ने सोचो जरा करो मन मे विचार भजन प्रस्तुत करके श्रद्धालुओ को झूमने को मजबूर कर दिया ।भारत का सर्वाधिक 124 वर्ष प्राचीन जैन गजट अंक 29 जुलाई 2019 गुरु मा के पावन करकमली में भेंट की।
मंदिर समिति के अध्यक्ष नवीन जैन एवम महामंत्री "पारस जैन पत्रिका ने बताया कि धर्मसभा में
चित्रअनावरण,दीपप्रज्वलन,शास्त्रभेंट भागचंद जी,मनोज कुमार जी,अरुण कुमार जी, सारांश कुमार जी जैन परिवार(कैथून वाले) ने किया।
गुरु माँ सौम्यनंदनी ने धर्म सभा मे कहा कि जाप से ही पाप कटते है। जन्मो जन्मो के बंधन छूट जाते है। पापो का परिमार्जन हो जाता है। आत्मा परमात्मा *पद प्राप्त कर जाती है।
ज अर्थात जन्म से मुक्ति प अर्थात पाप से मुक्ति ।जाप के माध्यम से जन्म जरा* *मृत्यु के बंधनों से मुक्ति मिल जाती है। 84 लाख *मंत्रो का राजा णमोकार महामन्त्र है। जाप हमेशा108 ही करना चाहिए।माला से ही जाप सर्वोतम सर्वश्रेष्ठ है। एकाग्रता समर्पण श्रद्धा के साथ जाप देना चाहिए। संसार सारे ताप जाप से दूर हो जाते है। धर्म सभा मे महावीर नगर विस्तार दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष हेमंत डूंगरवाल कोषाध्यक्ष कैलाश चंद जैन मंत्री पवन टोला सहित श्रावक श्रेष्ठी उपस्थित थे।
चित्रअनावरण,दीपप्रज्वलन,शास्त्रभेंट भागचंद जी,मनोज कुमार जी,अरुण कुमार जी, सारांश कुमार जी जैन परिवार(कैथून वाले) ने किया।
गुरु माँ सौम्यनंदनी ने धर्म सभा मे कहा कि जाप से ही पाप कटते है। जन्मो जन्मो के बंधन छूट जाते है। पापो का परिमार्जन हो जाता है। आत्मा परमात्मा *पद प्राप्त कर जाती है।
ज अर्थात जन्म से मुक्ति प अर्थात पाप से मुक्ति ।जाप के माध्यम से जन्म जरा* *मृत्यु के बंधनों से मुक्ति मिल जाती है। 84 लाख *मंत्रो का राजा णमोकार महामन्त्र है। जाप हमेशा108 ही करना चाहिए।माला से ही जाप सर्वोतम सर्वश्रेष्ठ है। एकाग्रता समर्पण श्रद्धा के साथ जाप देना चाहिए। संसार सारे ताप जाप से दूर हो जाते है। धर्म सभा मे महावीर नगर विस्तार दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष हेमंत डूंगरवाल कोषाध्यक्ष कैलाश चंद जैन मंत्री पवन टोला सहित श्रावक श्रेष्ठी उपस्थित थे।
राष्ट्रीय संवाद दाता पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा (राज)