नेमावर-लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को मध्यप्रदेश के नेमावर तीर्थ पहुंचकर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया। बिरला ने आचार्यश्री का पाद प्रक्षालन कर अष्ट द्रव्य अर्पित किया।
आचार्यश्री से चर्चा के दौरान श्री बिरला ने कहा कि उनकी प्रेरणा एवं आशीर्वाद से चल रहे हथकरघा उद्योग ने एक क्रांति लाई है, इससे जहां देश में उत्पादित कपास, धागा और कपड़ा सबकुछ देश का ही होगा। वहीं, हजारों युवाओं और जरूरतमंदों को रोजगार मिला है। वहीं देश के विभिन्न जेलाें में सजा काट रहे कैदियों को सुधरने एवं जीवनयापन का बहुत बड़ा आयाम भी हथकरघा बना है। साथ ही बालिकाओं की शिक्षा के लिए निर्मित प्रतिभा स्थली के विस्तार, देश में गौवंशों की रक्षार्थ गौशालाओं के निर्माण पर जोर दिया जाएगा। देशसेवा को मुख्य उद्देश्य बताते हुए बिरला ने आचार्य संघ के समक्ष कहा कि देश की संस्कृति की रक्षा और हिंदी मातृभाषा को बढ़ावा देना हमारा लक्ष्य है।
इस यात्रा में बिरला के साथ उनके अलावा इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, उद्योगपति अशोक पाटनी, पूर्व विधायक हीरालाल नागर उपस्थित रहे। ये काेटा से विशेष हेलीकॉप्टर से इंदौर पहुंचे, जहां से लोकसभा अध्यक्ष भी इसी हेलीकॉप्टर से नेमावर पहुंचे। नेमावर तीर्थक्षेत्र कमेटी ने बिरला का अभिनंदन कर हथकरघा से बने खादी के वस्त्र भेंट किए।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
आचार्यश्री से चर्चा के दौरान श्री बिरला ने कहा कि उनकी प्रेरणा एवं आशीर्वाद से चल रहे हथकरघा उद्योग ने एक क्रांति लाई है, इससे जहां देश में उत्पादित कपास, धागा और कपड़ा सबकुछ देश का ही होगा। वहीं, हजारों युवाओं और जरूरतमंदों को रोजगार मिला है। वहीं देश के विभिन्न जेलाें में सजा काट रहे कैदियों को सुधरने एवं जीवनयापन का बहुत बड़ा आयाम भी हथकरघा बना है। साथ ही बालिकाओं की शिक्षा के लिए निर्मित प्रतिभा स्थली के विस्तार, देश में गौवंशों की रक्षार्थ गौशालाओं के निर्माण पर जोर दिया जाएगा। देशसेवा को मुख्य उद्देश्य बताते हुए बिरला ने आचार्य संघ के समक्ष कहा कि देश की संस्कृति की रक्षा और हिंदी मातृभाषा को बढ़ावा देना हमारा लक्ष्य है।
इस यात्रा में बिरला के साथ उनके अलावा इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, उद्योगपति अशोक पाटनी, पूर्व विधायक हीरालाल नागर उपस्थित रहे। ये काेटा से विशेष हेलीकॉप्टर से इंदौर पहुंचे, जहां से लोकसभा अध्यक्ष भी इसी हेलीकॉप्टर से नेमावर पहुंचे। नेमावर तीर्थक्षेत्र कमेटी ने बिरला का अभिनंदन कर हथकरघा से बने खादी के वस्त्र भेंट किए।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

