आचार्य विद्यासागर महाराज को श्रीफल भेंट कर इंदौर पधारने के लिए श्रद्धा ओर भक्ति की यात्रा लेकर नेमावर जा रहे है
*जहा कदम गुरुवर रख दे वह माटी चन्दन हो जाती है।*
*देवी अहिल्या की माटी अब विद्या गुरु को बुलाती है।*
*नेमावर अतिशय तीर्थ पर गुरुवर ससंघ विराज रहे*
*साक्षात पंचम काल में चतुर्थ काल दिखलाय रहे*
*1008 श्रद्धालुओं का रेला जब नेमावर में जायेगा*
*श्रद्धा भक्ति भाव ह्रदय से गुरुवर को इंदौर लाएगा*
*पुलक मंच चेतना परिवार* *पलख पावड़े बीछा रहा*
*गुरुवर नगरी में आ जाओ यह भाव ह्रदय में भा रहा*
✍✍✍✍✍✍✍✍✍
*प्रस्तुति :-राष्ट्रीय संवाद दाता*
*पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा*
*जहा कदम गुरुवर रख दे वह माटी चन्दन हो जाती है।*
*देवी अहिल्या की माटी अब विद्या गुरु को बुलाती है।*
*नेमावर अतिशय तीर्थ पर गुरुवर ससंघ विराज रहे*
*साक्षात पंचम काल में चतुर्थ काल दिखलाय रहे*
*1008 श्रद्धालुओं का रेला जब नेमावर में जायेगा*
*श्रद्धा भक्ति भाव ह्रदय से गुरुवर को इंदौर लाएगा*
*पुलक मंच चेतना परिवार* *पलख पावड़े बीछा रहा*
*गुरुवर नगरी में आ जाओ यह भाव ह्रदय में भा रहा*
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*प्रस्तुति :-राष्ट्रीय संवाद दाता*
*पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा*