पोहरी-नवरात्रि पर्व प्रारंभ होते ही गली मोहल्लों में मातारानी को मूर्तियां स्थापित की गई हैं, हर कोई भक्ति भाव में लीन हो गया है, लोग अपनी अपनी श्रद्धा के अनुसार अलग अलग मंदिरों में पूजा पाठ कर रहे हैं ।
पोहरी में स्थित बगुलामुखी माता मंदिर न केवल पोहरी के निवासियों के लिए बल्कि दूर दराज़ के लोगों के लिए भी आस्था का केंद्र बना हुआ है । ग्वालियर में निवासरत डॉ सलोनी सिंह, डॉ आर.के.एस. धाकड़ और उनके परिवार की माँ बगलामुखी के प्रति गहरी आस्था है तभी तो हर साल नवरात्रि पर्व पर माँ के दरबार में संगीतमय भजन संध्या का आयोजन करते हैं ।
आगामी 2 अक्टूबर को बगुलामुखी मैया के दरबार में प्रदेश के सुप्रसिद्ध गायक पंडित सतीश कौशिक के श्रीमुख द्वारा संगीतमय भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है , डॉ. दंपति ने सभी क्षेत्रवासियों से अनुरोध किया है कि दो अक्टूबर को शाम 6:30 बजे माँ के दरबार में उपस्थित होकर माँ की भक्ति धारा का रसपान करें । डॉ. धाकड़ कई वर्षों से पोहरी के इच्छापूर्ण गणेश मंदिर, माँ बगलामुखी के साथ साथ बैराड़ के भदेरा वाली मैया के दरबार में हाजिरी लगाते हैं और इस तरह के धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं ।
पोहरी में स्थित बगुलामुखी माता मंदिर न केवल पोहरी के निवासियों के लिए बल्कि दूर दराज़ के लोगों के लिए भी आस्था का केंद्र बना हुआ है । ग्वालियर में निवासरत डॉ सलोनी सिंह, डॉ आर.के.एस. धाकड़ और उनके परिवार की माँ बगलामुखी के प्रति गहरी आस्था है तभी तो हर साल नवरात्रि पर्व पर माँ के दरबार में संगीतमय भजन संध्या का आयोजन करते हैं ।
आगामी 2 अक्टूबर को बगुलामुखी मैया के दरबार में प्रदेश के सुप्रसिद्ध गायक पंडित सतीश कौशिक के श्रीमुख द्वारा संगीतमय भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है , डॉ. दंपति ने सभी क्षेत्रवासियों से अनुरोध किया है कि दो अक्टूबर को शाम 6:30 बजे माँ के दरबार में उपस्थित होकर माँ की भक्ति धारा का रसपान करें । डॉ. धाकड़ कई वर्षों से पोहरी के इच्छापूर्ण गणेश मंदिर, माँ बगलामुखी के साथ साथ बैराड़ के भदेरा वाली मैया के दरबार में हाजिरी लगाते हैं और इस तरह के धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं ।

