गंजबासौदा-तीन दिवसीय पाठशाला शिक्षक संगोष्ठी एवं प्रशिक्षण शिविर महावीर विहार में प्रारम्भ हुआ। इसमें प्रथम सत्र के दौरान प्रार्थना, अभिषेक पूजन, परिचय सत्र एवं मुनिश्री द्वारा शंका का समाधान प्रश्नोत्तर के माध्यम से किया। मंगल कलश स्थापना एवं ध्वजारोहण किया गया।
शिविर के द्वितीय सत्र में मुनि श्री निर्णय सागर ji महाराज ने प्रशिक्षण कक्षा के दौरान सम्यक ज्ञान तथा सात तत्वों के बारे मे बतलाया, नमोकार मंत्र का शुद्ध उच्चारण कैसे करें। उसके पद व मात्रा के बारे मे बतलाया। व्यंजन संधि का उपयोग कर शिक्षिकाएं बच्चों को किस तरह संस्कार दे सकती हैं, यह बतलाया। मुनिश्री ने कहा कि यदि आपने किसी को नमोकार मंत्र भी सिखा दिया तो अगली पर्याय में आप श्रुत ज्ञानी या केवलज्ञानी भी बन सकते हैं। जिस प्रकार शब्द या अक्षर से हीन मंत्र विष की वेदना को दूर करने मे समर्थ नहीं है, उसी प्रकार अंगहीन सम्यकदर्शन संसार की संतति को छेदन करने में समर्थ नहीं है। उसके पश्चात मुनि पद्म सागर द्वारा शिक्षकों को स्वाध्याय कराया गया। गौरव भंडारी ने बताया सांयकालीन गुरु भक्ति, शंका समाधान, आपसी परिचर्चा, रात्रिकालीन आरती उपरांत शिविर का प्रथम दिवस सम्पन्न हुआ।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी