राणा प्रताप ओर मीरा बाई पन्नाधाय के तप त्याग और साधना की पावन वसुन्धरा राजस्थान प्रान्त के टोंक जिले के अंतर्गत रक्तांचल पर्वत की हसीन वादियों के बीच धर्म प्राण एवम औद्योगिक नगरी निवाई में सराकोद्धारक आचार्य ज्ञान *सागर जी महाराज का निवाई नगर में 20 साल बाद* *शनिवार को गाजे बाजे के साथ विशाल मंगल प्रवेश होगा।*
*जैन समाज के प्रवक्ता विमल जौला व राकेश संघी ने बताया कि आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज पदमपुरा से विहार करते हुए आज कोथुन पहुंचे।जहां निवाई जैन समाज के उधोग पति ओमप्रकाश कठमाणा विष्णु बोहरा ज्ञानचन्द सोगानी धर्म चन्द नेहरू राजेन्द्र कठमाणा विमल भाणजा लालचन्द कठमाणा गिर्राज चंवरिया महेन्द्र चंवरिया सहित चाकसू जहाजपुर के अनेक लोगों ने आचार्य श्री की अगवानी की। जौला ने बताया कि तिजारा वर्षायोग सानंद संपन्न होने के पश्चात आचार्य श्री ससंघ तिजारा से विहार करते हुए पहाड़ी, लक्ष्मणगढ़ आदि होते हुए श्री दिगंबर जैन* *अतिशय क्षेत्र बसवा पहुंचे, जहां पर पंचकल्याणक प्रतिष्ठा सानंद संपन्न हुई।*
*वहां से विहार करते हुए आचार्य श्री बांदीकुई, सिकंदरा, दौसा होते हुए जैसे ही जयपुर की ओर विहार किए, निवाई वालों के अंदर उत्साह का संचार हुआ।* *जयपुर से जैसे ही निवाई की तरफ विहार हुआ, सभी निवाई वाले युवक पुरुष पूज्य श्री के साथ* *जय-जयकार के नारे लगाते हुए विहार में सम्मिलित हुए।*
*विशाल जुलूस के साथ* *आचार्य श्री का मंगल पदार्पण शनिवार 11जनवरी को निवाई मे होगा , आचार्य श्री का जगह जगह पर जैन श्रद्धालुओ द्वारा भाव भीना स्वागत किया जाएगा । गुरुवार को कोथुन बायपास पर आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज का मंगल प्रवेश हुआ।*
*सभा का शुभारंभ ब्र. अनीता दीदी के मंगलाचरण से हुआ।*
*तदनंतर आचार्य श्री* *ज्ञानसागर जी महाराज ने अपनी पीयूष वाणी द्वारा कहा कि अनादिकाल से इस जीव ने विषय भोगों की कथा को सुना है, अनुभव किया है, पर आज तक उस आत्मतत्व की कथा न सुनी है, न अनुभव की है, इसलिए उस आत्मतत्व की कथा को सुनें, अनुभव में लाए, तभी आत्मा से परमात्म अवस्था प्राप्त की जा सकती है।*
*इसी के साथ आचार्य श्री ने कहा कि आज के वैज्ञानिक, डॉक्टर वही तथ्य सामने ला रहे हैं, जो बहुत पहले हमारे जैनचार्यो ने कहे थे। आज के युवकों को अगर सही दिशा बोध मिले तो आज वह बहुत कुछ कर सकते हैं।*
*जिस समाज में वृद्धो का होश, युवकों का जोश रहता है, वह समाज उत्थान कर नये मापदंड स्थापित करती हैं।*
*प्रस्तुति :- राष्ट्रीय संवाद दाता *पारस जैन " पार्श्वमणि" पत्रकार कोटा (राज)*
