भोपाल -मानवता,संस्कार, और राष्ट्रप्रेम की एक अद्धभुत झलक देखने को मिली आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज पर आधारित धूलिकण 3 चित्र प्रदर्शनी मे। जिसका शुभारंभ शुक्रवार को स्वराज वीथी मे किया गया। चित्रकला प्रदर्शनी के लिये प्रत्येक वर्ष कलाकरों को चुना जाता है। इसी क्रम में इस वर्ष 26 कलाकारों द्वारा आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के मुनि जीवन पर आधारित 26 चित्रों के साथ एक स्कल्पचर को प्रदर्शित किया गया।
गुरु शिष्य की परम्परा को दर्शाता है चित्र
चित्रकार रश्मि दुबे ने कहा कि पांच रंगों से संयोजन से तैयार झड़े और आचार्य श्री के दीक्षा और महावीर स्वामी के दिखाये जाने वाले पथ पर चलने वाले की सीख देने वाले चित्र को तैयार किया है। जिसमे गुरु शिष्य की परम्परा को दर्शाया गया है। बड़े बाबा के पथ पर चलकर छोटे बाबा ने अपने जीवन को सफल बनाया। ऐसे हर शिष्य को गुरु के बताए रास्ते पर चलना चाहिए।
तीन दिन मे तैयार किया गया चित्र
पूजा प्रजापति ने आचार्य श्री के जीवन पर आधारित ध्यान को दिखाया है। इस चित्र को पूजा बारा तीन दिन मे बनाया। पूजा ने बताया कि आचार्य श्री की ध्यान से ही उनके मुख पर तेज और शीतलता का भाव था। और सभी को इस चित्र के माध्यम से मैंने ध्यान करने की सीख दी है।
सकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमण्डी