दमोह-दमोह-कुंडलपुर लिंक रेल लाइन को जोड़ने की कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। दरअसल पश्चिम मध्य रेलवे के डीआरएम संजय विश्वास रविवार की शाम अचानक अंत्योदय एक्सप्रेस से दमोह स्टेशन पहुंचे। जहां से वह सड़क मार्ग से सीधे जैन तीर्थ क्षेत्र कुंडलपुर पहुंचे। जहां पर बड़े बाबा के मंदिर के दर्शन किए। साथ ही लंबे समय से चली आ रही दमोह-कुंडलपुर लिंक रेल लाइन के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की।
गौरतलब है कि वर्ष 2004 एवं 2011 के रेल बजट में तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा पन्ना-जबलपुर वाया कुंडलपुर रेल लाइन की घोषणा की गई थी। तब जिले भर में खुशी का माहौल देखा गया। इसके बाद वर्ष 2011 में रेलवे द्वारा इसका सर्वे भी कराया गया। जिसके बाद यह तय हो गया था कि यह परियोजना चालू होगी, लेकिन बजट का रोड़ा बताकर इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
तब से लेकर कुंडलपुर ट्रस्ट कमेटी द्वारा तत्कालीन सांसद से लेकर कई बार रेल मंत्री को ज्ञापन देकर इस परियोजना को चालू कराने की मांग की गई। वहीं दूसरी ओर रेल सुधार संघर्ष समिति द्वारा भी हर बार डीआरएम एवं जीएम के दमोह आगमन पर ज्ञापन देकर इस परियोजना के बारे में अवगत कराया गया, लेकिन यह योजना लगातार ठंडे बस्ते में पड़ी रही, लेकिन अचानक डीआरएम के दौरे के चलते अब लोगों को उम्मीद है कि इस परियोजना को जल्द ही मंजूरी मिल सकती है।
बजट सत्र में मिल सकती है मंजूरी
आगामी मार्च-अप्रेल में केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इसी रेल बजट में इस योजना को मंजूरी मिल सकती है। यही कारण है कि रविवार को डीआरएम का कुंडलपुर दौरा भी इसी उद्देश्य से हुआ है। यदि डीआरएम इस परियोजना से संतुष्ट होते हैं तो वह प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेज सकते हैं। ताकि योजना को इसी बजट में शामिल कराया जा सके। यदि इस परियोजना को मंजूरी मिलती है तो यह जिलेवासियों के लिए एक बड़ी सौगात होगी। अभी तक दमोह-जबलपुर एवं पन्ना के लिए लोगों को बसों में आने-जाने में खासी परेशानी होती है, लेकिन रेल लाइन से जुड़ने के बाद यह सफर आधा रह जाएगा। साथ ही क्षेत्र का विकास भी तेजी से होगा।
रेल लाइन को लेकर जागी उम्मीद
कुंडलपुर तीर्थक्षेत्र जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ क्षेत्र हैं, जहां देश भर के लोग बड़े बाबा के दर्शनों के लिए आते हैं। तीन साल पहले कुंडलपुर में बड़े बाबा के महामस्तकाभिषेक में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी आए थे। उस समय उन्होंने रेल लाइन का आश्वासन दिया था। हाल ही में दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल को भी केंद्रीय पर्यटन मंत्री बनाया गया है। कुंडलपुर एवं रेल समिति द्वारा पर्यटन मंत्री को भी रेल लाइन के संबंध में ज्ञापन सौंपे गए हैं। वर्तमान में बड़े बाबा का विश्वविख्यात मंदिर का निर्माण भी करीब दो साल में पूर्ण होने वाला है। ऐसे में मंदिर निर्माण के समय यहां पर देश भर के लोग जुटेंगे। ऐसे में रेलवे के अधिकारी इस परियोजना को लेकर फिर से सक्रिय होते नजर आ रहे हैं।
अब उम्मीद की किरण जागी
कुंडलपुर मंदिर ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष संतोष सिंघई का कहना है कि रेल लाइन को लेकर हम लोग वर्षों से सरकारों से मांग कर रहे हैं। सांसद से लेकर रेलमंत्री को ज्ञापन दे चुके हैं। रविवार को डीआरएम के भी इस संबंध में कुंडलपुर का दौरा करने के बाद अब उम्मीद है कि इसी सत्र में लाइन को मंजूरी मिलेगी।
हमारा प्रयास सार्थक होगा
रेल संघर्ष समिति के सदस्य प्रांजल चौहान, छोटू दुबे का कहना है कि जिले की रेल सुविधाओं सहित कुंडलपुर रेल लिंक की मांग को लेकर समिति द्वारा कई बार जीएम से लेकर डीआरएम को ज्ञापन सौंपे गए हैं। हमें उम्मीद है कि हमारा प्रयास सार्थक रहेगा।
तीसरी लाइन पर ज्यादा ध्यान
डीआरएम संजय विश्वास का कहना है कि कुंडलपुर में बड़े बाबा के दर्शनों के साथ-साथ रेल लाइन का सर्वे करने में जा रहा हूं।
दमाेह। प्रस्तावित पन्ना दमाेह जबलपुर बाया कुंडलपुर लिंक रेल परियाेजना का नक्शा।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी