केंद्रीय मंत्री तोमर के क्षेत्र में सड़कें बदहाल-


राजनीतिक हलचल- मोदी सरकार और उनकी कैबिनेट एक के बाद एक बड़े और कड़े फैसले ले रही है,देश की जनता खुश भी होती है तो विपक्ष हाहाकार मचाते दिखाई देते हैं । मोदी कैबिनेट के टॉप पाँच मंत्रियों में शामिल और मध्यप्रदेश की राजनीति के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह तोमर को ग्रामीण विकास का मसीहा कहा जाता है,प्रदेश में जब वो पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री थे तब केंद्र की यूपीए सरकार ने उन्हें सम्मानित भी किया था, उनके अपने ये भी कहते नहीं थकते की मोदी वन में उनका कार्यकाल शानदार रहा, तोमर वर्तमान में एक बार फिर मोदी कैबिनेट में पंचायती राज ग्रामीण विकास के साथ साथ पेयजल विभाग का जिम्मा संभाले हुए है ।
तोमर के अपने संसदीय क्षेत्र मुरैना - श्योपुर में सड़कों की बदहाली अब किसी से देखी नहीं जाती है, ग्रामीण इलाकों की सड़कों का एक्सरे करने की आवश्यकता नहीं है बल्कि दो मुख्य मार्ग वर्षों से अपनी सेहत के सुधार की आशा में हैं । जनता की उम्मीदें तब और बढ़ जाती हैं जब  विकास का जिम्मा अपने ही प्रतिनिधि पर हो और वो गहरी नींद में सो रहा होता है तो पीड़ा बयाँ न की जाये तो बेहतर है । ऐसा नहीं कि केंद्रीय मंत्री तोमर इन सड़कों की बदहाली से बखिफ न हों । आपको बता दें कि श्योपुर जिले में धोविनि-विजयपुर-टेंटरा मार्ग इतना खराब है कि पता नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क, ऐसी ही किस्मत पर रोती दिखाई देती है मुरैना जिले की सहसराम - पहाड़गढ़ मार्ग, पूरा जंगल का क्षेत्र और सड़क का नामोनिशां न होना जनता के जेहन में दर्द के साथ भय का माहौल पैदा कर देता है । तोमर दो बार यहाँ से सांसद है लेकिन सड़क की सुध न तो कांग्रेस ले रही न तोमर ।

तोमर की कार हुई थी पंक्चर-
जब केंद्रीय मंत्री तोमर विजयपुर दौरे पर गए थे तब उनकी कर धोविनि - विजयपुर मार्ग पर पंक्चर हुई थी तो मंत्री ने आनन फानन में जिम्मेदार अफसरों को सड़क के पेंच वर्क के आदेश सुना दिये लेकिन जिम्मेदारों ने अपनी जिम्मेदारी कितनी निभाई ये तो सड़क की बदहाली ही बयाँ कर रही है ।

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