बांसवाड़ा - साधू संतो की तप साधना सचमुच अलोकिक होती है इनकी साधना को देख हर कोई चकित हो जाता है इंनकी आशीष मात्र से अनेक रुग्णता व बाधा मुक्त हो जाती है ऐसा ही कुछ द्रष्टिपात हुआ जो सभी को चकित कर देता है यह घटना है 13 जुलाई 2020 को 47 सदस्य कुवैत से बांसवाड़ा के आये 13 जुलाई की रात्री व जयपुर आये वहा से यह सभी सदस्य बांसवाड़ा आ गये दल के सदस्य व आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज के परम भक्त मनोज जैन खमेरा ने बताया 2 से 3 दिन बाद हम सभी के sample लिये गये जिसमे एक सदस्य की रिपोर्ट कोरोना positive आई
और चारो लोगो की रिपोर्ट को उन्होने पेंडिंग मे डाला जिसमे श्री मनोज जैन खमेरा भी शामिल रहे ऐसे भीषण समय मे श्री जैन ने आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज संघस्थ भया प्रशांत भया अनिल भया अम्रता दीदी श्रेणिक भया के माध्यम से गुरुदेव की आशीष ली गुरुदेव ने दोनों हाथ उठाकर उन्हे आशीष दी इस आशीष का जो चमत्कार हुआ वह सभी को चकित कर गया 20 तारीख को पुनः जाच मे4 की रिपोर्ट नेगेटिव आयी वही 1 postive की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई श्री जैन कहते है यह गुरुवर की आशीष का ही चमत्कार है
क्या खूब कहा है जो सचमुच आज परिलक्षित हो रहा है
तुम विश्व धर्म के सूरज हो
तप त्याग की अदभुत मूरत हो
है धन्य धन्य महिमा तेरी तम हरने वाले सूरज हो