शिवपुरी। लोक अभियोजन संचालनालय मप्र के द्वारा श्री पुरूषोत्तम शर्मा महानिदेशक/संचालक के मुख्य आथित्य में एससीएसटी एक्ट पर एक बेवीनार का आयोजन किया गया जिसमें श्री शर्मा ने कहा कि दलित हमारे समाज के अभिन्नी अंग है। अब समय आ गया है कि जब हम उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ें।
दलितों पर हो रहे अत्याचार पर चितिंत होते हुए उन्होनें कहा कि दलितों पर अत्याचार करने वालों को सख्त से सख्त सजा कराने की आवश्यकता है जिससे समाज में व्याप्त इस कुप्रथा का अंत किया जा सके। वर्तमान में मप्र के प्रत्येक जिले में विशेष न्यायालयों का गठन किया गया है। प्रदेश में एससीएसटी एक्ट के लगभग 21158 प्रकरण लंबित है। होशंगाबाद,खण्डवा,मुरैना,सतना,सिवनी,उज्जैंन व विदिशा के विशेष न्यायालय में उपसंचालक अभियोजन रैगुलर कैडर से संचालन किया जा रहा है जहां पर सजायावी का प्रतिशत अच्छा है शेष जिलों में विशेष न्यायालयों में प्रकरण की संख्या अधिक होने से रैगुलर के कैडर के अधिकारियों द्वारा पैरवी कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।
कार्यशाला का आयोजन बेबीनार के माध्यम से किया गया था प्राणेश कुमार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इंदौर ने अपने व्याख्यान में एससीएसटी एक्ट के प्रकरणों के प्रभावी अभियोजन संचालन के विषय में बताया। वेबीनार में जिसमें शिवपुरी जिले से जिला अभियोजन अधिकारी श्री संजीव कुमार गुप्ता एवं समस्त अभियोजन अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया।
