मध्यप्रदेश: ग्वालियर अंचल ही नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में महाराज की फैन फॉलोइंग बहुत थी और है, उनके नेता उनके कहने पर कुछ भी करने को तैयार रहते थे, ये बात तो स्पष्ट है क्योंकि उनके ही एक इशारे पर मध्यप्रदेश के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था I
इस सबसे इतर एक मामला ऐसा सामने आया है कि कांग्रेस के एक बड़े नेता को सिंधिया आज भी प्रिय हैं जबकि सिंधिया भाजपा के हो गए हैं I ये नेता मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत हैं, रावत सिंधिया के करीबी नेताओं में गिने जाते रहे हैं लेकिन रावत का सिंधिया के साथ भाजपा न जाना राजनीतिक पंडितों को अचंबित भी करता है, वे कार्यकारी अध्यक्ष भी सिंधिया के आशीर्वाद से हैं I
दर असल मामला ये है कि भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश महामन्त्री भगवान दास सबनानी के जन्मदिन पर उनके समर्थकों ने बैनर पोस्टर लगाए जिसमें सिंधिया का फोटो भाजपा के बड़े नेताओं के साथ न होकर उन तमाम नेताओं के साथ लगाया गया जिनका फोटो सूक्ष्म आकार के हैं, इस पर रावत सोशल मीडिया पर अपने दिल की बात को व्यंग्यात्मक रूप में लिखते हैं कि
"56 टिकली में श्रीमंत सिंधिया!
बड़ा दु:ख होता है इस तरह अपने प्रिय नेता को सम्मानित होते हुए देखकर!"
यानी रावत का तन कांग्रेस में है और मन सिंधिया के साथ I
