भोपाल-ग्वालियर-चंबल संभाग में बीजेपी सबसे ज्यादा चुनौतियों से जूझ रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने के बाद से बीजेपी के अपने लोग अंसतुष्ट चल रहे हैं। पहले नरोत्तम मिश्रा ने ग्वालियर में मोर्चा संभाला था। उसके ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद मैदान में उतरे थे लेकिन असंतोष कम नहीं हुआ है। ग्वालियर-चंबल को फतह करने के लिए अब बीजेपी तोमर और शर्मा ने मोर्चा संभाल लिया है। वहीं, शिवराज सिंह चौहान भोपाल में अपने मंत्रियों से बात कर उपचुनाव के लिए स्पेशल टॉस्क दिया है।
दरअसल, ग्वालियर-चंबल संभाग में असंतुष्टों को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मोर्चा संभाल लिया है। एक-एक विधानसभा के कार्यकर्ताओं के साथ दोनों नेता चर्चा कर रहे हैं। उनसे बंद कमरे में बात भी कर रहे हैं। इसके साथ ही उनसे सुझाव लिए जा रहे हैं। बीजेपी को इन इलाकों में भीतरघात से डर है।
नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर-चंबल संभाग के कद्दावर नेता है। इस इलाके में उनका दबदबा है। साथ ही संगठन में भी अच्छी पकड़ रखते हैं। प्रदेश के भी सभी नेताओं से उनकी ट्यूनिंग अच्छी है। ऐसे में सभी को साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि उपचुनाव के बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का विषय है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बीते 2 महीने में 2 बार ग्वालियर पहुंचे हैं। पिछले 2 दिनों से वह भी ग्वालियर में कैंप किए हुए थे। इस दौरान संभागीय मुख्यालय में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया गए थे। स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ सिंधिया ने भी मीटिंग की है। हालांकि इस बार ग्वालियर दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात किसी बड़े नेता से नहीं हुई है।
