ग्वालियर: 2018 के आम चुनाव में भाजपा से टिकिट न मिलने से नाराज समीक्षा गुप्ता ने ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट से निर्दलीय पर्चा भर दिया और पूरे दमखम से चुनाव लड़ा, समीक्षा चुनाव तो नहीं जीत सकी लेकिन शिवराज सरकार में मंत्री रहे नारायण सिंह कुशवाह को हराने में अहम भूमिका रही I शहर भर की लोकप्रिय पूर्व महापौर भाजपा में वापस आने के बाद फिर से महापौरी करेंगी। भाजपा में आने के लिये संभवत: पार्टी ने उन्हें महापौर के लिये मनाने की तुरूप चली है, वैसे भी पार्टी के पास उससे बेहतर प्रत्याशी अभी उपलब्ध नहीं है।
समीक्षा का पूर्व महापौर कार्यकाल भी सर्वश्रेष्ठ रहा है, उनके कार्यकाल में शहर ने विभिन्न कार्यों में उड़ानें भरी हैं। नये प्रोजेक्ट , नई सडक़ें और नगर निगम का आधुनिकीकरण करने में वह सबसे आगे रहीं थी। बीते विधानसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी से टिकट मांगा था, नहीं मिलने पर वह बागी होकर निर्दलीय लड़ गई थी, जिसके कारण भाजपा के वोट कटे और कांग्रेस प्रत्याशी 121 वोटों से जीत गये थे।
मुख्यमंत्री मामा के समक्ष भाजपा में पुन: वापस आकर वह चौगुने जोश में हैं, और बढ़-चढक़र पार्टी कार्यक्रमों में भी शिरकत करने लगी हैं। इससे लगता है कि पार्टी आलाकमान का उन्हें आशीर्वाद प्राप्त है।
