पोहरी: उपचुनाव की तारीख जैसे जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे ही कांग्रेस गणित बदलता दिख रहा है, क्योंकि वो किसी भी तरह से भाजपा को वॉक ओवर नहीं देना चाहती है I पोहरी विधानसभा धाकड़ बाहुल्य है यही कारण है कि यहाँ मुकाबला धाकड़ और ब्राहमण प्रत्याशी के बीच ही रहा है और इन्हीं के बीच का विधायक बना I 2018 के आम चुनाव में पोहरी में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों से धाकड़ प्रत्याशी मैदान में थे, जहाँ कांग्रेस के सुरेश राठखेड़ा विजयी हुए लेकिन अब वे कांग्रेस छोड़ भाजपा के हो गए हैं ऐसे में कांग्रेस एक बार फिर सुरेश के सामने धाकड़ प्रत्याशी ही उतारने का मन बना चुकी है I धाकड़ समाज से कांग्रेस की ओर से दावेदारी कर रहे दावेदारों में पोहरी जनपद अध्यक्ष प्रध्युमन वर्मा, इंजी. शिशुपाल वर्मा, विनोद वकील का नाम प्रमुखता से शामिल है इन सबके बीच से प्रध्युमन वर्मा की दावेदारी को मजबूत माना जा रहा था लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने किसान कांग्रेस के प्रदेश सचिव एडवोकेट आनंद धाकड़ के नाम पर विचार किया जा रहा है, आनंद धाकड़ पोहरी के पिपरघार के निवासी हैं, राजनीतिक प्रष्ठभूमि के चलते उनकी दावेदारी को और भी बल मिल रहा है, आनंद धाकड़ के पिता ग्रह ग्राम में वर्तमान सरपंच है, पोहरी की पूर्व विधायक बैजन्ती वर्मा भी रिश्ते में दादी हैं I आनंद धाकड़ के नाम पर विचार करने के पीछे कारण यह है कि आनंद और राज्यमंत्री सुरेश की रिश्तेदारी न केवल एक ही हैं बल्कि वे आपस में भी रिश्तेदार हैं, ऐसे में आनंद धाकड़ सुरेश के व्यक्तिगत वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं, कांग्रेस का एक मात्र उद्देश्य भाजपा को रोकना है I आनंद की लोकप्रियता और क्षेत्रीय होने के कारण कांग्रेस उनके नाम पर विचार कर रही है, आनंद धाकड़ पर भरोसा कर कांग्रेस एक नए प्रयोग की तलाश में है जो कि उनको सफलता दिला सकता है, आपको बता दें कि राज्यमंत्री सुरेश भी पूर्व में किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे हैं और आनंद वर्तमान में उसी किसान कांग्रेस के प्रदेश सचिव हैं I
